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निशक्त बच्चो के पठन पाठन के लिए शिक्षको का दो दिवसीय प्रशिक्षण शुरू

शेखपुरा से सुनील कुमार की रिपोर्ट :

सरकारी विधालय में नामांकित निशक्त बच्चो के पठन पाठन के लिए शिक्षको का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। इस आवासीय प्रशिक्षण में यहाँ के अलावा लखीसराय जिला के शिक्षक भी शामिल है। 

प्रशिक्षक के रूप में पटना से विशेष रूप से प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर जमुई के नरेंद्र कुमार और लखीसराय के मनीष कुमार को लगाया गया है। इस पूरे कार्यक्रम की सफलता और अनुश्रवन के लिए प्रदेश साधन सेवी नन्दकिशोर राम भी शामिल हैं। 

दो दिवसीय इस कायर्क्रम की शुरुआत डीपीओ सतीश प्रसाद सिंह ने दीप जलाकर की। इस अवसर पर दोनों जिला के चिन्हित 23 शिक्षको के साथ समावेशी शिक्षा सम्भाग प्रभारी सुनील कुमार सहित कई स्थानीय अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे। प्रशिक्षण का आयोजन जिला समग्र शिक्षा कार्यलय के सभागार में किया गया है।

 इस सम्बन्ध में अधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विधालय में नामांकित 06 से 18 आयु वर्ग के बच्चो को लक्षित कर उनके समग्र व्यक्तित्व के विकास के तरीको पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 

निशक्तता अधिनियम के लागु होने के पूर्व आमतौर पर 07 प्रकार की दिव्यांगता पर ही चर्चा होती थी। मूक-बधिर के अलावा अस्थि और नेत्र पीड़ित आदि पर ही ध्यान देकर कार्य्रकम तैयार किया जाता था। 

लेकिन अब नए अधिनियम के तहत निशक्तता के प्रकार बढ़कर 21 हो गए है। इन सभी प्रकार के निशक्तता के बारे में सभी शिक्षको को विस्तार से बताया जा रहा है। इनके लिए विभिन्न सत्र का आयोजन किया गया है।

 इन सभी प्रकार के बाधित बच्चो को किस प्रकार से प्रभावशाली शिक्षा दिया जाना है, इसकी जानकारी दी जा रही है। निशक्त बच्चो के हित में यह प्रशिक्षण काफी कारगर सिद्ध होगा।