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अनुमंडल स्तरीय बाल संरक्षण समिति गठन के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला डीआरडीए सभा भवन में आयोजित

अररिया से ज्ञान मिश्रा :

आज जिला बाल संरक्षण इकाई अररिया की ओर से अनुमंडल स्तरीय बाल संरक्षण समिति गठन के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला डीआरडीए सभा भवन में आयोजित की गई । इस बैठक की अध्यक्षता अररिया अनुमंडल पदाधिकारी ने की। जिला बाल संरक्षण इकाई के पदाधिकारी श्री राजू कुमार ने बताया कि एनसीपीसीआर की नजर में यह जिला बाल श्रम और मानव व्यापार का बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है कोविड-19 को देखते हुए प्रवासी बाल मजदूरों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जाए। 

बच्चेे का नामांकन विद्यालय में हो, विद्यालय से मिलने वाले सभी योजनाओं का लाभ उनको स समय मिल सके। इसके लिए हम सब विभागों को मिलकर एक मुहिम चलाना होगा जिसके अंतर्गत प्रखंड स्तर पंचायत स्तर और वार्ड स्तर पर सीपीसी का गठन करना अनिवार्य है , और सीपीसी के गठन के लिए जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर की भी व्यवस्था की गई है जिसके अंतर्गत संजय कुमार अध्यक्ष जागरण कल्याण भारती फारबिसगंज को जिला नोडल मास्टर प्रशिक्षक एवं जिला प्रशिक्षक साकेत कुमार श्रीवास्तव जिला समन्वयक तटवासी समाज न्यास , मुनीश ओम प्रकाश जिला समन्वयक बचपन बचाओ आंदोलन और सेव द चिल्ड्रेन के जिला समन्वयक को मास्टर ट्रेनर बनाया गया है जो जिले के प्रखंड पंचायत और वार्ड स्तर तक सीपीसी के गठन और इसके क्रियान्वयन में मजबूती देने का काम करेंगे। 

वही कार्यशाला के अध्यक्ष अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि बच्चे सिर्फ उस परिवार के नहीं होते हैं बच्चे समाज के होते हैं समाज का दायित्व बनता है कि उसे समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाए । सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ प्रखंड स्तर के सभी पदाधिकारियों को इस नेक काम के लिए आगे आने की जरूरत है एनसीपीसीआर के निर्देशानुसार 15 दिसंबर 2020 से लेकर 25 फरवरी 2021 तक जिले के सभी प्रखंड, पंचायत और वार्ड में सीपीसी का गठन करना अनिवार्य है जिसमें हम सभी का दायित्व बनता है कि सीपीसी के गठन कर ऐसे बच्चों को चिन्हित करें जो बाल श्रम के दायरे में आते हो और उनको सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।

उपस्थित जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि हमारे विभाग में फिलहाल इस विषय पर कोई योजना क्रियान्वित नहीं है आने पर मैं अवश्य स्वयं इस में अग्रसर रह कर क्रियान्वित को अंजाम दूंगा । प्रखंड विकास पदाधिकारी अररिया ने बतलाया कि हमारे यहां कुछ पंचायतों में सीपीसी का गठन किया जा चुका है और बहुत सारे पंचायतों में इसका गठन की प्रक्रिया चल रही है इसके लिए मैं अपने कार्यक्षेत्र में इसका गठन कर रहा हूँ। डीपीओ शिक्षा विभाग अररिया ,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी , सीडीपीओ ने इस नेक काम के लिए पूर्ण सहयोग देने की बात कहीं। 

मास्टर ट्रेनर सह जिला समन्वयक तटवासी समाज न्यास साकेत श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चों से जुड़े विभिन्न पहलुओं को देखने की जरूरत है जिससे बाल श्रम अथवा मानव व्यापार ना हो सके । चिन्हित 4250 प्रवासी बाल मजदूरों के परिवारों को मनरेगा, आयुष्मान भारत योजना से भी जोड़ा जा सकता है ताकि उसके परिवार में काम मिल सके और अपने स्वास्थ्य के लिए किसी से कर्ज नहीं लेना पड़े यह सभी सुविधा मिलने पर अभिभावक अपने बच्चे को विद्यालय की मुख्यधारा से जुड़ सकते हैं । 

इसस कार्यशाला का मंच संचालन संजय कुमार अध्यक्ष जागरण कल्याण भारती फारबिसगंज सह संयोजक सीसीएचटी पूणियॉ प्रमंडल पूर्णिया ने की तथा कार्यशाला का धन्यवाद ज्ञापन बाल कल्याण समिति की सदस्या शहनाज खातून ने की ।
कार्यशाला में उपस्थित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (शिक्षा), प्रखंड विकास पदाधिकारी अररिया, जोकीहाट, पलासी, रानीगंज, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी अररिया, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अररिया, रानीगंज, सिकटी, जोकीहाट, तटवासी समाज न्यास के जिला समन्वयक साकेत श्रीवास्तव , कोसी ग्रामीण विकास संस्थान अररिया सह जिला समन्वयक बचपन बचाओ आंदोलन के मनीष ओमप्रकाश सिंह, जागरण कल्याण भारती से संजय कुमार , मुख्तार आलम, बाल कल्याण समिति अररिया से अनामिका कुमारी, तस्लीम कौसर, शहनाज खातून, निशा कुमारी, बलवीर चांद बाल संरक्षण पदाधिकारी, मनोज कुमार पासवान एल पी ओ जिला बाल संरक्षण इकाई, राजकिशोर मंडल मौजूद थे।