मधुबनी से आशीष / फिरोज आलम की रिपोर्ट । लोक अभियोजक राजेंद्र राय का रविवार रात पटना के एक अस्पताल में आकस्मिक निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे। 27 नवंबर की शाम ब्रेन हेमरेज के बाद पहले उन्हें मधुबनी शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
तबीयत अधिक बिगड़ने के बाद रविवार शाम उन्हें पटना रेफर कर दिया गया। निधन की खबर मिलते ही जिला में शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार सुबह अधिवक्ता व न्यायालय से जुड़े अन्य कर्मियों के अलावे बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों ने चकदह स्थित राजेंद्र राय के आवास पर पहुंच कर उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
बाद में पार्थिव शरीर को बाबूबरही प्रखंड स्थित पैतृक गांव शंकरपुर लाया गया। जहां सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। बड़े पुत्र अधिवक्ता अरुण कुमार राय ने उन्हें मुखाग्नि दी। राजेंद्र राय अपने पीछे दो पुत्र व दो पुत्रियों के अलावे भरा पूरा परिवार छोड़ गए। जानकारी के अनुसार 1 अगस्त 2016 को उन्होंने जिला कोर्ट में पीपी के पद पर ज्वाइन किया था।
पीपी राजेंद्र राय के निधन पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश पति तिवारी, जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे एवं पुलिस अधीक्षक डॉ सत्यप्रकाश ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। श्रद्धांजलि देने वालों में बिहार बार काउंसिल के सदस्य दीनानाथ यादव, पूर्व पीपी राजेंद्र तिवारी, शिव कुमार ठाकुर, ऋषि देव सिंह, रामशरण साह, सुधांशु मोहन सिंह, वीरेंद्र कुमार यादव, अशोक ठाकुर जय किशोर सिंह, सुधीर राय, अजय आनंद, रंजीत कुमार मिश्र, शंभू कुमार राय, अरुण कुमार, संजय कुमार, सूर्य नाथ मिश्र, सरोजानंद झा, वासुदेव झा, धीरेंद्र कुमार मिश्र, सुधीर झा, मित्रानंद मिश्र, जगदीश यादव, केदार लाल दास आदि शामिल हैं।