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नीतीश ने देश में पहली उर्दू फारसी युनिवर्सिटी स्थापित की @ चुनावी दौरे पर बोले एमएलसी तनवीर अख्तर




ख़ुसरू परवेज़ | रोहतास संवाददाता :
   जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह एमएलसी तनवीर अख्तर ने नासरीगंज का चुनावी दौरा किया। अधिक‌ से अधिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को पार्टी से जोड़ने की मुहिम के मद्देनजर प्रदेश महासचिव शाहीन अख्तर‌ के नगर स्थित आवास पर पत्रकारों से बात चीत में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विगत पंद्रह वर्षों में सूबे में सफलतापूर्वक लागू की गई जनहित योजनाओं की सूची को किताब के रूप में प्रकाशित कर लोगों के बीच वितरित किया जा रहा है।

 ताकि लोग आसानी से समझ सकें कि नीतीश कुमार के बगैर विकास संभव नहीं ‌है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के विकास के लिए सच्चर कमिटी की रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा की योजनाएं लागू की जा रही हैं। इसी के तहत हमने मदरसा बोर्ड की डिग्रियों को बीएसईबी और विश्वविद्यालयों की डिग्रियों के समान मान्यता दी। और पटना में मौलाना मजहरुल‌ हक युनिवर्सिटी के विशाल भवन का निर्माण ‌किया।

 और यह उर्दू फारसी के फरोग के लिए देश की पहली युनिवर्सिटी है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पिछली सरकारों ‌ने अल्पसंख्यकों को ठगने का काम किया है। वहीं बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरशाद अली रिजवी ने कहा कि कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल की तर्ज पर राज्य में अल्पसंख्यक आवासीय स्कूल खोले जाने की योजना पर सरकार काम कर रही है। जिसके लिए कई जिले में जमीन भी चिन्हित कर ली‌ गई है। 

जहां पढ़ने वाले हर छात्र को सरकार की ओर से एक हजार रूपये महीने छात्रवृत्ति दी जाएगी। मौके पर जदयू प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार, नौशाबा खानम, नईमुद्दीन इदरीसी, रिजवान फिरदौस, शमशाद अहमद परसवी, रहमत हुसैन, अंकित सोनी, नितेश कुमार, शाहिद अनवर और दिलनवाज अख्तर इत्यादि ‌उपथित थे।

👆 दायें से जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह एमएलसी तनवीर अख्तर, राज्य शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरशाद अली आजाद व अन्य