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चिकित्सक की लापरवाही से दर्द बना नासूर ।

आर एन न्यूज मधुबनी - खजौली से रमण पाठक की एक रिपोट 

चिकित्सक की लापरवाही से दर्द बना नासूर । बुधवार को स्थानीय पीएचसी पर आधे दर्जन से अधिक इलाजरत मरीजों ने चिकित्सकों व कर्मियों पर गलत इलाज करने का आरोप लगते हुए पीएचसी के मुख्य गेट को बंद कर जाम लगाकर जमकर नारेबाजी की। रोगियों ने बताया कि 31 अगस्त की रात को पड़ोसी से विवाद हो गया। दोनों पक्ष की ओर से मारपीट में छह लोग घायल हुए। मामला शांत होने के बाद ग्रामीणों व परिजनों के पहल पर सभी घायलों को पीएचसी में भर्ती करवाया गया। जहां जख्मों पर प्राथमिक उपचार के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने एंटीसेप्टिक (सेवलॉन) की जगह न जाने कौन से लोशन से जख्मों को साफ किया कि घटना के अगले ही दिन से जख्म काला पड़ने लगा। जख्म को काला होते देख परिजनों को लगा कि जख्म सुख रहा है। लेकिन पीड़ितों का दर्द नासूर बनते जा रहा था। दर्द अत्यधिक होने के बाद पीड़ितों ने निजी चिकित्सकों से संपर्क किया। तब जाकर पुरे मामले से पर्दा उठा कि गलत दवा के रिएक्शन के कारण जख्म सुख भी नहीं रहा, साथ ही दर्द भी बढ़ता जा रहा है। इसके बाद पीड़ितों ने आपसी झगड़े को भूल संयुक्तरूप द्वार को बाधित कर हंगामा किया। हंगामे के बाद चिकित्सकों ने सभी को सदर अस्पताल रेफर कर दिया।  

पुराने रंजिश के कारण हुआ 

थाना क्षेत्र के दतुआर गांव के वार्ड आठ में 31 अगस्त की देर शाम दो पक्षों के बीच पुराने रंजिश को लेकर आपसी झड़प हुआ था। झड़प में दोनों पक्षों को मिलाकर करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सभी घायल व्यक्ति को ईलाज के लिए रात में ही पीएचसी खजौली लाया गया। जहां ड्यूटी पर मौजूद पीएचसी चिकित्सक प्रभारी डॉ. ज्योतेंद्र नारायण, एएनएम रानी कुमारी व सावित्री कुमारी ने सभी घायल व्यक्ति को प्राथमिकी उपचार किया। इसके बाद देर रात सभी को भेज दिया गया।


सुरेश दास, रमण महतो, शम्भू महतो, राजेश कुमार, दिनेश कुमार व लाल महतो सभी घायलों ने बताया कि मामूली झड़प में हम दोनों पक्ष के लोगों भीड़ गए। इस दौरान कभी कट फट जाने के कारण खून काफी निकल रहा था। चिकित्सक ने सेवलॉन की जगह किसी दूसरे कैमिकल को लगाकर खून को साफ कर बैंडेज पटी कर हम लोगों को घर जाने के लिए छोड़ दिया गया। लेकिन ईलाज के कुछ ही देर के बाद साफ किए गए जगहों से खूब जलन सी होने लगी। साथ ही, सुबह होते होते जख्मों पर (फोफले) निकल गया।

पीएचसी प्रभारी डॉ. ज्योतेंद्र नारायण ने बताया कि करीब आधा दर्जन लोग ईलाज के लिए पहुंचे। इसकी जानकारी स्थानीय थाना को देने के बाद सभी जख्मी को कटे फटे जगह पर सेवलॉन से साफ करने के बाद प्राथमिक उपचार कर ठीक ठाक सभी को रात में ही छोड़ दिया। उन्होंने बताय कि जिस दवा से कटे फटे जगहों पर खून को साफ किया गया है। वह दवा जिला से मिलता हैं। उस दवा की डबा को जांच के लिए सीएस कार्यालय भेजा जा रहा है।

प्रभारी सीएस डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि मामलों की किया जाएगा जाँच ।