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पशुओं में फैैली महामारी से निपटने के लिए गठित जिले की टीम पहुंची, एक महीने बाद।

 


मधुबनी - लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट

मधुबनी जिले के लदनियां प्रखंड की कुमरखत पूर्वी पंचायत के विभिन्न गांवों मेेंं पशुओं के मरने की जानकारी पर गठित जिले की टीम एक महीने बाद सोमवार को पहुंची। प्रखंड के प्रभारी पशु चिकित्सक डॉ. सुमन के साथ जिले की टीम एम्बुलेंस के साथ पहुंची। चिकित्सकों ने बीमार पशुओं को देखा और लोगों से पूछताछ की। 

तीन दर्जन से अधिक पशुओं के मरने की शुरुआत जुलाई मेें हुई थी। प्रखंड की बाढ़ प्रभावित इस पंचायत के पथलगाढा, मोतनाजय, जानकीनगर व दोनवारी गांव में पानी के जमावड़े से बीमारी फैैली, जिसका असर अभी भी है। नवीन कुमार की गाय 4 सितम्बर को मर गई थी, टीम ने इसकी भी जानकारी ली। 

पशु चिकित्सक के रूप में कार्यरत जयनगर के डॉ. सुमन ने बताया था कि पशुओं के लगातार बाढ़ तथा बारिश के पानी में भींगते रहने से बीमारी फैली थी। समिति सदस्य राम कुमार यादव ने टीम से रोकथाम की दिशा में कारगर कदम उठाने की बात कही। टीम के चिकित्सकों ने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए वैक्सीन चाहिए, जो फिलहाल जिले में उपलब्ध नहीं है। 

जिला प्रशासन से जिला स्तरीय पशु चिकित्सा दल भेज कर रोक थाम की मांग होती रही थी , लेकिन किसी ने सुधि नहीं ली थी। श्री यादव ने बताया कि बाढ़ की त्रासदी को झेल रहे यहां के लोग इस महामारी के चलते नये संकट में फंस गये हैं। उन्होंने कहा कि लगता है टीम के आने से भी यहां के किसानों को कोई राहत मिलने वाली नहीं है।