विभिन्न मांगों के समर्थन में चार दिवसीय हड़ताल पर गईं आशा कार्यकर्ता
👆नगर स्थित पीएचसी परिसर में धरना प्रदर्शन करतीं हड़ताली आशा कार्यकर्ताख़ुसरू परवेज़ | रोहतास संवाददाता आल इंडिया स्कीम वर्कर संयुक्त फोरम एवं आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में प्रखंड की डेढ़ सौ से भी अधिक आशा कार्यकर्ता गुरूवार से चार दिवसीय हड़ताल पर चली गईं। हड़ताल के पहले दिन बिहार राज्य आशा संघ(एटक) की प्रखंड अध्यक्ष अनिता देवी के नेतृत्व में नगर स्थित पीएचसी परिसर में लोगों ने धरना प्रदर्शन किया।इनकी प्रमुख मांगों में कोरोन काल के दौरान मरने वाली प्रत्येक कार्यकर्ता को पचास लाख के जीवन बीमा का तत्काल भुगतान, कोरोना ड्यूटी करने वाली प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को सात सौ पचास रूपये प्रतिदिन मानदेय, इक्कीस हजार रूपये महीने का मानदेय, जनवरी 2019 में सरकार के साथ एक हजार रूपये मानदेय का जो समझौता हुआ था उसका एक मुश्त भुगतान किया जाना और प्रोत्साहन राशि के भुगतान के में प्रखंड स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना इत्यादि शामिल हैं। वक्ताओं ने कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण के सिर्फ नारे देती है। लेकिन महिला कर्मियों का शोषण करती है।संघ की ओर से कहा गया है कि चार दिनों के भीतर इनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 24 अगस्त को पटना में मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा। और फिर परिस्थितिवश अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। मौके पर प्रखंड सचिव सीमा देवी, गीता देवी, रीना देवी, सुनिता देवी, रीता देवी, सोनी देवी, मालती देवी, लीलावती देवी, राजकुमारी देवी, किरण देवी, रेणु मिश्रा और राधिका देवी इत्यादि उपस्थित थीं।
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