दरभंगा। कोरोना काल मैं जब संपूर्ण भारत लॉकडाउन मैं था, उस समय मुंबई में ही एक परिवार अपना रोजगार खत्म होने पर तकलीफें झेल रहा था । बिहार के दरभंगा जिला के रहने वाले फूल नारायण चौधरी जो मुंबई में रहकर प्राइवेट टूरिस्ट कार/ टैक्सी चलाते थे। लॉक डाउन के कारण इनका काम बंद हो गया और इनकी आर्थिक स्थिति खराब होती चली गई। पूरे मुंबई में सारे काम धंधे बंद हो चुके थे पास में दो बेटियां और गर्भवती पत्नी होने के कारण इनका हौसला जवाब दे गया।
लॉक डाउन की अवधि भी दिन पर दिन बढ़ती चली गई ऐसे में निराश हो चुके फूल नारायण को एक वॉचमैन के माध्यम से सोनू सूद के बिल्डिंग के वॉचमैन का फोन नंबर मिला फिर क्या था फूल नारायण सोनू सूद के बंगले पर जा पहुंचे और अभिनेता से मिलने की इच्छा जताई । वॉचमैन ने इन्हें एक फॉर्म दिया और कहां इस पर अपना मोबाइल नंबर लिख दो । दो दिनों बाद सोनू सूद ने फूल नारायण को फोन किया और फुल नारायण ने अपनी सारी तकलीफ अभिनेता को बता दी।
25 जून को सोनू सूद ने गाड़ी भेज इन्हें बुलाया और साथ लेकर मुंबई- समस्तीपुर स्पेशल ट्रेन से खाने पीने की व्यवस्था करवा कर इनको अपने घर भेज दिया। घर पहुंचने पर भी इनका हाल-चाल जाना।
अब इधर बिहार आने पर फूल नारायण चौधरी की पत्नी को 15 जुलाई को एक पुत्र पैदा हुआ जिसका नाम इन लोगों ने सोनू सूद के नाम पर रख दिया है । सोनू सूद को धरती का भगवान मानने वाले इस परिवार की ख्वाहिश है सोनू सूद दरभंगा आए और इस बच्चे का नामकरण करें। उन लोगों का कहना है इस बच्चे का नाम सोनू सूद रखने से यह बच्चा भी बड़ा होकर अभिनेता की तरह ही दूसरे लोगों की मदद करेगा।
0 टिप्पणियाँ
if you have any doubts, please let me know.