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अब नए लुक में दिखेगा पटना का महात्मा गांधी सेतु पुल



 
न्यूज़ डेस्क। राजधानी पटना को हाजीपुर से जोड़ता महात्मा गांधी सेतु पुल अब नए लुक में नजर आने वाला है। 1982 का बना यह पुल काफी जर्जर हालत में हो गया था। 1998 को पहली बार इस पुल पर दरार देखी गई थी। अब इस गांधी सेतु पुल के पश्चिम लेन के सुपर स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के अनुसार 31 जुलाई को केंद्रीय रोड एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नई दिल्ली से और बिहार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस पुल का उद्घाटन करेंगे।

बताते चलें गांधी सेतु के पुरूद्वार का कार्य तीन साल पहले यानी 2017 में शुरू हुआ था। इसमें अभी दो लेन का जीर्णद्वार का कार्य पूरा हो चुका है, इसके बाद अब पूर्वी दो लेन का जीर्णद्वार का कार्य अब शुरू होगा। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी शामिल होंगे। पूरे पुरूद्वार का खर्च 1742.01  करोड़ रुपए होने हैं।



पहले इसकी पश्चिमी लेन को तोड़ा गया फिर कंक्रीट हटाकर स्टील लगाया गया है इसमें 33 हजार मेट्रिक टन स्टील लगा है। इंजीनियर के अनुसार अब इसके बाद पूर्वी लेन को तोड़कर 2022 तक इस लाइन को भी बना लिया जाएगा।

इस पुल के इतिहास पर नजर डाली जाए तो यह दुनिया का सबसे बड़ा एक ही नदी पर बना सड़क पुल है। इसकी लंबाई 5750 मीटर है इसका उद्घाटन मई 1982 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था। फिलहाल यह राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा है ।इस पुल की नींव 1969 में रखी गई थी और 1972 से इस पुल का निर्माण शुरू हुआ था, फिर 1983 में यह पुल बनकर तैयार हो चुका था।