कोरोना संकट एवं लॉकडाउन के कारण इसकी मार झेल रहे पटना के ऑटो चालक ने भी गुरुवार सुबह 9:00 बजे से अपनी मांग को लेकर दो दिवसीय धरना के साथ-साथ सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है।
दरअसल पिछले दो महीनों में लॉकडाउन के कारण सभी ऑटो बंद थे , इस वजह से ऑटो चालकों के सामने भुखमरी की नौबत आ खड़ी हुई है। इन लोगों का कहना है कि सरकार इन्हें तत्काल ₹10000 आर्थिक सहायता दें तथा 3 माह का राशन उपलब्ध करवाएं, इसके साथ साथ लॉकडाउन की अवधि तक गाड़ी के कागजात 30 सितंबर तक वैध घोषित करें बैंक लोन की किस्त की अवधि भी बढ़ा दी जाए।
देखा जाए तो ऑटो चालकों की मांग पूरी तरह जायज है, तथा इसमें सरकार को इसमें पहल करनी चाहिए। इन सभी मांगों को लेकर आज ऑटो संघ के लोगों ने पटना जंक्शन के निकट खाली थाली- कटोरा के साथ दो दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
ऑटो चालक का कहना है कि सरकार ने जो ऑटो चलाने के लिए नई गाइडलाइन तैयार की है उसके हिसाब से ऑटो चलाना काफी मुश्किल है। एक ओर जहां Odd और Even नंबर का चक्कर है तो दूसरी ओर सरकार का कहना है ऑटो में सिर्फ दो पैसेंजर ही बैठेंगे और ऑटो चालकों को दुगना भाड़ा लेने का आदेश है। इसके बावजूद ऑटो चालकों का तर्क है कि सिर्फ दो सवारी से उनका पेट्रोल का किराया भी पूरा नहीं हो पाएगा वैसे भी लॉकडाउन के कारण पैसेंजर भी अभी पटना नहीं आ रहे हैं ।आमदनी नहीं होने के कारण भुखमरी की नौबत आ चुकी है, इसके लिए ऑटो चालक संघ ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है।