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दिनेश राय के राजनीतिक पदार्पण से करगहर में बढ़ा सियासी तापमान




कोचस (करगहर विधानसभा)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वस्त अधिकारी रहे सेवानिवृत्त आईएएस दिनेश कुमार राय के सक्रिय राजनीति में प्रवेश के साथ करगहर विधानसभा क्षेत्र में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। 15 जुलाई को बतौर जिला पदाधिकारी (डीएम), बेतिया स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले श्री राय ने कोचस में आयोजित भव्य जन संवाद कार्यक्रम के जरिए शक्ति प्रदर्शन कर यह जता दिया कि वे इस बार सिर्फ मैदान में नहीं उतरेंगे बल्कि निर्णायक भूमिका में नजर आएंगे।लंबे समय तक मुख्यमंत्री के आप्त सचिव के रूप में कार्य कर चुके दिनेश राय की प्रशासनिक क्षमता और साफ-सुथरी छवि को लेकर क्षेत्र की जनता में खासा उत्साह देखा जा रहा है। 





कोचस राज वाटिका में हुए संवाद कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोगों की उपस्थिति, 500 से अधिक गाड़ियों का काफिला और जनसमर्थन ने करगहर की जदयू राजनीति को नई दिशा दे दी है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री राय ने स्पष्ट कहा, “मैं नीतीश कुमार का था, नीतीश कुमार का हूं और नीतीश कुमार का ही रहूंगा” — इस घोषणा ने यह संकेत दे दिया कि वे पूरी मजबूती के साथ जदयू प्रत्याशी बनने की ओर अग्रसर हैं। क्षेत्र में उनके प्रचार वाहन और समर्थकों की सक्रियता ने अन्य संभावित दावेदारों की धड़कनें बढ़ा दी हैं।




जनता के बीच उनकी लोकप्रियता का आधार – एक सख्त मगर संवेदनशील प्रशासक की छवि – उन्हें दूसरे नेताओं से अलग बनाती है। ग्रामीणों और नौजवानों के बीच उनकी स्वीकार्यता से यह चर्चा तेज हो चली है कि करगहर से इस बार जदयू टिकट पर दिनेश राय की दावेदारी लगभग तय मानी जा रही है।राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि दिनेश राय जदयू उम्मीदवार बनते हैं तो मुकाबला त्रिकोणीय की बजाय सीधे तौर पर जदयू व राजद उम्मीदवार के बीच खिंच सकता है।करगहर में उनका प्रवेश राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे रहा है और इस बात में कोई दो राय नहीं कि आने वाले दिनों में करगहर की राजनीति का केंद्र बिंदु दिनेश राय ही होंगे।