- घुसपैठियों को जबरन मतदाता बनवाना राहुल-तेजस्वी की असली मंशा : विजय कुमार सिन्हा
- बिहारियों को दोबारा गाली-गोली के दोधारी तलवार की चपेट में लाना चाहता विपक्ष : विजय कुमार सिन्हा
- पीएम और सीएम ने राज्य में सबके लिए न्यायपूर्ण विकास सुनिश्चित किया : विजय कुमार सिन्हा
- जंगलराज में बिहार की छाती छलनी करने वाले फिर भ्रम का जाल बुनने में जुटे : विजय कुमार सिन्हा
- राजद-कांग्रेस के अरमानों की लंका फिर नहीं सजने देंगे NDA के हनुमान : विजय कुमार सिन्हा
पटना 20 अगस्त। बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने राजद-कांग्रेस पर भय और भ्रम को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कड़ा हमला किया है । उन्होंने कहा कि जंगलराज की पाठशाला में प्रशिक्षित लोगों के कलेजे पर रफ्तार पकड़ चुके बिहार को देखकर आज सांप लोटने लगा है । इसलिए ये लोग विकसित होते बिहार को फिर से आंतक, अपराध और अराजकता के दलदल में धकेलना चाहते हैं । इनकी मंशा घुसपैठियों को जबरन मतदाता बनवा कर फिर से बिहार में जंगलराज की वापसी कराने की है ।
श्री सिन्हा ने आगे कहा कि राहुल-तेजस्वी की जोड़ी बिहार के युवाओं को गोली और गाली के दोधारी तलवार से घेर कर फिर से पलायन के लिए विवश करना चाहते हैं । लेकिन भारतीय जनता पार्टी और NDA का हर कार्यकर्ता हनुमान बनकर इन आततायियों को अपने स्वार्थ की लंका सजाने नहीं देगा । राजद और कांग्रेस के लोग भूल गए हैं कि काठ की हांडी एक ही बार चढ़ती है । बार-बार उसे चढ़ाने की कोशिश करेंगे तो वह जल कर राख हो जाएगी ।
श्री सिन्हा ने आगे कहा कि बिहार की जनता ने तो 20 साल से इनको बार-बार नकारा ही है ।लेकिन सत्ता की इनकी भूख इन्हें सुधरने नहीं देती । धर्म, जाति, तुष्टिकरण और प्रलोभन के नाम पर 15 साल ये अपने राजनीतिक स्वार्थ में बिहार की छाती को छलनी करते रहे । बिहार माँ-बहनों की इज्जत और सिंदूर की बली चढ़ाते रहे । उस दौर में जब पूरा देश 8 से 10 प्रतिशत की दर से विकास कर रहा था तब हमारी विकास दर महज 1% थी । बिहार की पहचान अपहरण और जातीय नरसंहार की धरती के रूप में हो चली थी ।
श्री सिन्हा ने कहा जब 2005 में NDA के रूप में हमें जनता का आशीर्वाद मिला तब हमने एक-एक कर इन तमाम विसंगतियों पर चरणबद्ध सुधार का गंभीर प्रयास किया | वित्तीय अनुशासन के साथ आर्थिक सुधार के प्रयास शुरू हुए । जो बिहार 1% के दर से आर्थिक विकास कर रहा था उस बिहार ने अगले डेढ़ दशकों तक हर साल दहाई अंक की आर्थिक वृद्धि दर्ज की ।इस साल के आंकड़ों की बात करें तो बिहार 9.2% की वार्षिक वृध्दि दर के साथ देश का तीसरा सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बन गया है ।संगठित अपराध और जातीय उन्माद जड़ से खत्म करने के प्रयास हुए । इसकी गवाही राष्ट्रीय अपराध नियंत्रण ब्यूरो के आंकड़े भी देते हैं ।बुनियादी ढांचे के विकास में हमने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज की । उसी तरह कृषि, वानिकी और मछली पालन में हमने तीव्र विकास हासिल किया है । औद्योगिक विकास की बात करें तो इस साल बीते वर्ष की तुलना में साढ़े तीन गुना तेज गति से नए उद्योग लगे हैं । पीएम और सीएम के नेतृत्व में हर क्षेत्र में हमने सबके साथ सबके प्रयास से हम न्यायपूर्ण के साथ विकास के वादे को पूरा कर रहे हैं ।