- नये पदाधिकारियों के बीच पढ़ने की संस्कृति विकसित होनी चाहिये- अपर मुख्य सचिव
- विभाग की छवि का निर्धारण आप पदाधिकारियों की कार्यप्रणाली से ही होता है- सचिव
- कुल 16 नव पदस्थापित भूमि सुधार उपसमाहर्त्ताओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण
आज से राजस्व (सर्वे) प्रशिक्षण संस्थान, शास्त्रीनगर, पटना में नव पदस्थापित भूमि सुधार उपसमाहर्त्ताओं के लिए पाँच दिवसीय विशेष आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है।
इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुये अपर मुख्य सचिव ने सभी भूमि सुधार उपसमाहर्त्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि आप पर एक महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी है। इस पद पर आपसबों की राजस्व की जानकारी ही आपको एक सफल अधिकारी बनायेगी। इसलिये कार्य प्रारंभ करने से पहले ही आपको राजस्व संबंधी कार्यों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही राजस्व से संबंधित सभी किताबें आपको आज उपलब्ध करवायी जा रही हैं। इस आवासीय प्रशिक्षण में आपको पाँच दिनों तक यहीं रहकर राजस्व के कानून, अधिसूचनाओं तथा अधिनियमों का अध्यन्न करना है।
अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने आगे कहा कि विभाग की सभी सेवायें पूरी तरह ऑनलाइन हैं। यहाँ तक कि आपके कार्यों की मॉनिटरिंग के लिये हमें अब आपके पास आने की जरूरत नहीं, मुख्यालय स्तर से आपके कार्यों की पूरी जानकारी रखी जा रही है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हाल ही में ऑनलाइन मॉनिटरिंग के दौरान कई डीसीएलआर को कार्य में लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया। सुधार नहीं होने के कारण उन्हें निलंबित किया गया है। इसलिए आपलोगों से उम्मीद है कि फील्ड में जाकर पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे।
नव पदस्थापित भूमिसुधार उपसमाहर्ताओं के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत में विभागीय सचिव जय सिंह ने कहा कि जिस तरह से विभाग स्तर से आपकी मॉनिटरिंग की जा रही है। आपसे उम्मीद है कि सभी सीओ की मॉनिटरिंग के साथ ही फील्ड में जाकर आमजनों से भी संवाद स्थापित करेंगे। विभाग की छवि का निर्धारण उसके अधिकारियों से होता है। आपकी कार्यप्रणाली से ही विभाग की छवि बदलेगी। आप लोग नियम-कानून पढ़-लिख कर जन अपेक्षाओं पर खरा उतरकर विभाग की छवि बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। इस आयोजन का यही उद्देश्य है।
इस मौके पर भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय की निदेशक जे. प्रियदर्शिनी, संयुक्त सचिव अनिल कुमार पांडेय एवं प्राचार्य डीआर गणेश भी उपस्थित थे।