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नीतीश कुमार हैं आधुनिक बिहार के निर्माता : जदयू नेता साकेत कुमार सिंह का दावा, 2025 में 225 सीटों के लक्ष्य का ऐलान




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पटना: जनता दल (यूनाइटेड) के प्रदेश सचिव एवं नरकटियागंज विधानसभा प्रभारी साकेत कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को "आधुनिक बिहार का निर्माता" बताते हुए आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की बड़ी जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने विकास की एक लंबी यात्रा तय की है और 2025 में जदयू 225 सीटों के साथ सत्ता में वापसी करेगी।

साकेत कुमार सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार पिछले नौ कार्यकालों से बिहार की बागडोर संभाल रहे हैं और इस दौरान उन्होंने हर क्षेत्र – शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, कानून-व्यवस्था – में ठोस बदलाव लाया है।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि बिहार में आज भी यदि कोई सर्वमान्य चेहरा मुख्यमंत्री पद के लिए है, तो वह केवल नीतीश कुमार हैं।

"विकास की लकीर खींची, ना कि राजनीति की दीवार"

साकेत कुमार सिंह का यह बयान ऐसे समय आया है जब राज्य की सियासत में चुनावी हलचलें तेज़ होती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी राजनीति को केवल सत्ता तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्होंने शासन को सेवा का माध्यम बनाया। उन्होंने आगे कहा, "नीतीश जी ने बिहार को उस दौर से बाहर निकाला जब लोग इसे 'बीमारू राज्य' कहते थे। आज बिहार निवेश, बुनियादी ढांचे और सामाजिक सुधार के मामले में मिसाल बन रहा है।"

जदयू की चुनावी रणनीति पर भी संकेत

भविष्य की रणनीति को लेकर साकेत कुमार सिंह ने कहा कि पार्टी बूथ स्तर तक संगठित हो रही है और युवाओं, किसानों व महिलाओं के बीच पार्टी की नीतियों को सक्रिय रूप से प्रचारित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आने वाले महीनों में जदयू राज्य के सभी जिलों में जनसंपर्क अभियान तेज करेगी।

राजनीतिक समीकरणों के बीच मजबूत दावेदारी

राज्य में बदले राजनीतिक समीकरणों और विपक्ष की सक्रियता के बीच जदयू के इस आत्मविश्वास भरे दावे ने सियासी हलकों में चर्चा को जन्म दे दिया है। साकेत कुमार सिंह का यह बयान न केवल पार्टी के भीतर एकजुटता का संकेत है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में जदयू एक मजबूत और संगठित चुनौती पेश करने की तैयारी में है।:जदयू के वरिष्ठ नेताओं द्वारा बार-बार यह दोहराया जाना कि नीतीश कुमार ही बिहार के विकास की धुरी हैं, यह बताता है कि पार्टी आने वाले चुनावों में "विकास बनाम वादाखिलाफी" की थीम पर जनता के बीच जाएगी। अब देखने वाली बात यह होगी कि जनता इस विश्वास को दोहराती है या बदलाव की राह पर आगे बढ़ती है।