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आम महोत्सव, 2025 का भव्य समापन समारोह,बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने उठाया आम महोत्सव का आनन्द



  • आम महोत्सव, 2025 का भव्य समापन समारोह,
  • बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने उठाया आम महोत्सव का आनन्द
  •  बच्चों को प्रकृति से जोड़ने हेतु वाटिका निर्माण की घोषणा
  •  आम महोत्सव, 2025: कृषि और संस्कृति का सफल संगम - विजय कुमार सिन्हा

(दिनांक 29.06.2025)                           
पटना। माननीय उपमुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार श्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा आज ज्ञान भवन, गाँधी मैदान, पटना में 28 से 29 जून, 2025 तक आयोजित दो दिवसीय आम महोत्सव-सह-प्रतियोगिता, 2025 के विजेता प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार वितरण करने के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। उन्होनें कहा कि किसानों को उद्यानिक कीट अनुदानित दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उत्पादन लागत में कमी आएगी। उन्होंने बताया कि सरकार आम उत्पादकों को पैकेजिंग पर अनुदान देकर उनके व्यवसाय को प्रोत्साहित करेगी। साथ ही उद्यानिक फार्म में आकर्षक वाटिकाओं का निर्माण कर बच्चों को प्रकृति से जोड़ने और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा।




माननीय उपमुख्यमंत्री ने बताया कि आम महोत्सव में राज्य के विभिन्न जिलों के 806 आम उत्पादक कृषकों एवं उद्यमियों के द्वारा आम एवं इसके उत्पाद के 5214 प्रदर्शों के साथ भाग लिया गया। प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शित विभिन्न वर्गों के अलग-अलग शाखाओं का मूल्यांकन वैज्ञानिकों की कमिटी द्वारा की गई एवं प्रत्येक वर्ग के हर एक शाखा में तीन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कृषकों एवं कलाकारों को पुरस्कृत किया गया। चयनित 31 प्रथम प्रदर्शों के बीच कुल 1.55 लाख रूपये, 26 द्वितीय प्रदर्शों के बीच कुल 1.04 लाख रूपये एवं 24 तृतीय प्रदर्शों के बीच कुल 72 हजार रूपये पुरस्कार के रूप में दिये गये। साथ ही, सभी को प्रशस्ति-पत्र का वितरण किया गया। प्रथम पुरस्कार के रूप में 5,000 रूपये, 4,000 रूपये का द्वितीय एवं 3,000 रूपये का तृतीय पुरस्कार पारितोषिक दिया गया। 




इस प्रतियोगिता में कुल 3.31 लाख रूपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। 64 हजार रूपये के साथ सबसे अधिक पुरस्कार राशि प्राप्त करने वाला जिला वैशाली रहा, जिसके बाद 54 हजार रूपये भागलपुर, 45 हजार रूपये मधुबनी 29 हजार रूपये समस्तीपुर तथा अन्य जिले हैं।



माननीय उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 05-10 साल के 40 से अधिक बच्चों के बीच आम खाओ प्रतियोगिता में पटना के रियांश राज ने प्रथम, मधुबनी के विप्लव कुमार झा ने द्वितीय तथा पटना के ही अनुशिका नयन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन बच्चों ने क्रमशः  8.20 सेकेण्ड, 9.00 सेकेण्ड तथा 9.80 सेकेण्ड में एक आम खाया। 




साथ ही, चित्रकला प्रतियोगिता में 40 से अधिक स्कूलों के लगभग 200 बच्चों ने भाग लिया, जिनमें दिल्ली पब्लिक स्कूल, पटना के सोहन शुभम रेड्डी ने प्रथम, डी॰ए॰वी॰ स्कूल, खगौल, पटना के श्रीजा शरण ने द्वितीय तथा सेन्ट माइकल्स स्कूल, पटना के जयश्री ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 




माननीय उपमुख्यमंत्री ने बताया कि क्विज प्रतियोगिता में बिहार कृषि महाविद्यालय, सबौर, नालन्दा उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय, वीर कूँवर सिंह महाविद्यालय, डूमराँव तथा डाॅ॰ कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज के छात्रों ने 6 टीमों में भाग लिया। इस प्रतियोगिता में नालन्दा उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय की टीमों ने प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा बिहार कृषि महाविद्यालय, सबौर की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।





इन सभी विजेता बच्चों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। उन्होंने आगे बताया कि काफी संख्या में किसानों एवं आमजनों तथा पटना शहरवासियों द्वारा इस दो दिवसीय महोत्सव का भ्रमण कर आनन्द उठाया गया। 

आम महोत्सव में 20 से अधिक ताजे आम, आम के पौधे तथा आम से प्रसंस्कृत पदार्थाें के स्टाॅल कृषकों/कृषक उत्पादक समूहों तथा उद्यमियों द्वारा लगाये गये थे। साथ ही, आम से बनी मिठाइयों एवं अन्य खाद्य पदार्थाें के स्टाॅल अलग से लगाए गए थे। इन स्टाॅलों के माध्यम से महोत्सव में आये हजारों की संख्या में आगन्तुक ताजे आम तथा आम आधारित खाद्य पदार्थाें का आनन्द ले पाए। 30 लाख रूपये से अधिक की बिक्री की गयी। इसके साथ ही, आम संबंधित कई सेल्फी प्वाईन्ट आकर्षण का केन्द्र रहे। 



 
आम महोत्सव 2025 के समापन समारोह में प्रधान सचिव, कृषि विभाग श्री पंकज कुमार ने कहा कि आम सिर्फ एक फल नहीं, हमारी सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर भी है। किसानों से आग्रह किया कि वे आम के बागानों को अपनी धरोहर की तरह सींचें और संरक्षित करें। उन्होंने यह भी कहा कि आम का धार्मिक महत्व भी है, जिससे इसकी सामाजिक स्वीकार्यता और उपयोगिता और बढ़ जाती है। उन्होंने किसानों और उद्यमियों से अपील की कि वे आम के उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए नवाचार अपनाएं और आधुनिक तकनीक को कृषि से जोड़ें, ताकि इसका व्यापक लाभ मिल सके।

इस अवसर बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, डाॅ॰ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, कृषि अनुसंधान संस्थान, पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR)- पूर्वी क्षेत्र अनुसंधान परिसर, पटना के वैज्ञानिक किसानों को इस महोत्सव के विषय “पुराने बागों को जीर्णोंद्धार, भावी पीढ़ियों को उपहार“ से संबंधित निम्न तकनीकी सत्र आयोजित किया गया:-

  • पुराने आम के बागों को पुनर्जीवित करने के लिए प्रभावी छँटाई तकनीक
  • आम के बागों में पोषक तत्व एवं अंतर-फसल प्रबंधन
  • सतत् आम उत्पादन के लिए समेकित कीट एवं रोग प्रबंधन
  • पुराने बागों के जीर्णोंद्धार की सफलता की कहानीः बिहार से सी
  • ऐपिडा द्वारा आम निर्यात अनुपालन संबंधित जानकारी एवं आम निर्यात के वैश्विक अवसर से संबंधित जानकारी भी दी गई। 

इसके साथ ही, विपणन को बढ़ावा देने में पैक हाउस के महत्व पर भी जानकारी दी गई।

इस अवसर पर पद्यम् श्री राजकुमारी देवी (किसान चाची), निदेशक उद्यान श्री अभिषेक कुमार, अपर निदेशक (शष्य) श्री धनंजयपति त्रिपाठी, संयुक्त निदेशक उद्यान द्वय श्री राधा रमण एवं श्री पवन कुमार, विभागीय पदाधिकारी, आम उत्पादक किसान उपस्थित थे।