पटना/ 28 मई 2025। आज महिला एवं बाल विकास निगम के मुख्यालय में विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस 2025 के अवसर पर आशा किरण, उत्तर रक्षा गृह और नारी गुन्जन संस्थान की 100 किशोरियों के लिए राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ निगम के प्रशासी पदाधिकारी सुश्री मंजूषा चंद्रा के द्वारा स्वागत संबोधन के साथ किया गया । उन्होंने माहवारी स्वच्छता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि माहवारी स्वच्छता एक महत्वपूर्ण विषय है जिसपर खुलकर चर्चा होनी चाहिए ताकि प्रत्येक किशोरी को स्वच्छता संबंधी सही जानकारी प्राप्त हो सके।
नारी गुंजन की संस्थापक पद्मश्री श्रीमती सुधा वर्गीज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि किशोरावस्था में शारीरिक बदलाव के साथ भावनात्मक बदलाव भी आते हैं । माहवारी स्वच्छता उत्पादों की कमी के कारण हमारी कई बच्चियां अस्वच्छ उपायों का चयन कर कई बीमारियों को न्यौता देती हैं। ऐसे में अभिभावक और शिक्षकों की भूमिका अहम् हो जाती है। अभिभावक और शिक्षक उन्हें सही सलाह देकर माहवारी स्वच्छता प्रबंधन में मदद कर सकते हैं।
यूनिसेफ के वॉश विशेषज्ञ श्री प्रभाकर सिन्हा ने बताया कि यह कार्यक्रम सिर्फ सरकारी आयोजन नही है बल्कि सामाजिक चेतना से जुड़ा हुआ कार्यक्रम है । माहवारी पर कई तरह की भ्रांतियां समाज में विद्यमान है जिसपर बात होनी चाहिये । उन्होंने बातचीत के जरिये बालिकाओं में पल रही पुरानी धारणाओं को तोड़ने का प्रयास किया । उन्होंने बताया कि यह मुद्दा कई मूलभूत सुविधाओं SDG 3, 4 और 5 से जुड़ा हुआ है ।
निगम की प्रबंध निदेशक श्रीमती बन्दना प्रेयषी ने किशोरियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज यह दिन इसलिए मनाया जा रहा है ताकि हमलोग और पूरी दुनिया माहवारी पर खुलकर बात सके । माहवारी एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और हम ऐसी दुनिया की परिकल्पना करते हैं कि बालिकाओं में इस विषय पर सहजता आ जाये । माहवारी के उचित प्रबंधन के साथ किशोरियां शारीरिक कार्य कर रही हैं और खेल-कूद के क्षेत्र में कीर्तिमान रच रही हैं । निगम के द्वारा महिलाओं एवं किशोरियों को उनके निजता एवं बेसिक सुविधाओं को ध्यान में रखकर 209 विद्यालयों तथा पटना अवस्थित कई कार्यालयों और पार्कों के महिला शौचालयों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन का अधिष्ठापन किया गया है । बिहार सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना के माध्यम से बालिकाओं को सेनेटरी नैपकिन हेतु सलाना रु. 300 की राशि दी जाती है । योजनान्तर्गत कुल 22,58,425 बालिकाओं को लाभ दिया गया है ।
उन्होंने बताया कि आज के दिन राज्य के सभी जिलों में इस अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा तथा स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से किया जा रहा है। पटना एवं गया प्रमंडल के छः एस.सी./एस.टी. बालिका आवासीय विद्यालयों में निगम के द्वारा 1000 बालिकाओं को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन किट का वितरण किया गया है तथा दैनिक जागरण के सहयोग से पटना अवस्थित पांच विद्यालयों यथा; कन्या एम. एस. अमला टोला, एम. एस. मनेर कन्या, घनश्याम बालिका एम. एस. खगौल, श्री गणेश कन्या एम. एस. बख्तियारपुर तथा नारायणी कन्या एम. एस. में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर फिल्म का प्रदर्शन किया गया । उन्होंने बताया कि माहवारी से संबंधित किसी भी प्रकार के समस्याओं के निराकरण के लिए दिनांक 28-29 मई 2025 को मध्याह्न 12:00 से 3:00 बजे तक 181 डायल कर निगम से स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ द्वारा नि:शुल्क परामर्श लिया जा सकता है।
उन्होंने किशोरियों को संतुलित पोषण के महत्व को समझाते हुए कहा कि संतुलित आहार स्वस्थ जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। किशोरियों को आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास सही ढंग से हो सके।
उन्होंने कहा कि हमें मिलकर इस मुद्दे पर काम करना होगा ताकि हमारी बेटियाँ बेहतर स्वास्थ्य, सही जानकारी और आत्मविश्वास के साथ नित्य नई सफलताओं को प्राप्त करें ।
इस अवसर पर बालिकाओं को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर आधारित फिल्म पैडमैन दिखाया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों को माहवारी के दौरान स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था।
निगम की उप सचिव श्रीमती मार्गन सिन्हा के द्वारा किशोरियों के उज्जवल भविष्य और अच्छे स्वास्थ की कामना करते हुए सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया ।