हम-से. के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने आज एक प्रेस बयान जारी करते हुए राजद नेता व पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के हालिया बयान को "गंभीर रूप से आपत्तिजनक" बताया है और इस पर कड़ा ऐतराज़ जताया है।
श्याम सुंदर शरण ने कहा कि चंद्रशेखर की भाषा और विचार दलित समाज के स्वाभिमान पर हमला हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चंद्रशेखर का यह रवैया राजद सुप्रीमो लालू यादव की उस राजनीतिक सोच का हिस्सा है, जिसमें दलित नेताओं को कभी उभरने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि लालू यादव ने गुंडों को पालकर रखा और ऐसे ही लोगों का पॉलिटिकल डीएनए तैयार किया है। उन्होंने हमेशा दलित नेताओं को अपमानित किया है। लेकिन अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हम-से. प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी संरक्षक श्री जीतन राम मांझी आज केवल बिहार ही नहीं, पूरे देश में दलित समाज की एक मज़बूत आवाज़ बनकर उभरे हैं। आज मांझी जी को लोग बाबा साहब के प्रतिबिंब के रूप में देखने लगे हैं। उनकी बातें सुनी जा रही हैं। ऐसे में उन्हें अपमानित करने की किसी भी कोशिश को हम दलित समाज का अपमान मानते हैं।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भी तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब का हमेशा अपमान किया है और अब वही खेल लालू यादव के साथ मिलकर फिर से दोहराया जा रहा है। लेकिन अब दलित समाज जाग चुका है।
प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने राजद नेतृत्व और खासकर तेजस्वी यादव को चेताते हुए कहा कि अब राजनीति पीठ पीछे से नहीं चलेगी। अगर चंद्रशेखर जैसे लोगों को पार्टी से नहीं निकाला गया और उनसे सार्वजनिक माफ़ी नहीं मंगवाई गई, तो बाबा साहब के अनुयायी जवाब देंगे।
उन्होंने आगे जोड़ा कि राजनीति की दुकानदारी अब बंद होगी। अब दलित समाज न टिकट के लिए भीख मांगेगा, न दबेगा। समय बदल चुका है और अब जवाब मिलेगा।
प्रवक्ता ने लालू यादव पर भी करारा हमला बोलते हुए कहा कि कभी पोथी-पतरा जलाने वाले आज मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं। मुंडन करवा रहे हैं। यह दिखाता है कि राजनीतिक अवसरवादिता का चरम क्या होता है। जनता अब सब जान चुकी है। इनका पॉलिटिकल कैरेक्टर सबके सामने उजागर हो चुका है।
हम-से. ने स्पष्ट किया कि यह आखिरी चेतावनी है। अगर अब भी राजद और कांग्रेस चेतते नहीं हैं, तो आने वाले चुनावों में बाबा साहब के अनुयायी निर्णायक जवाब देंगे।
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