पटना। 27 मार्च से 01 अप्रैल 2025 तक होने वाले "चैत रंग उत्सव 2025" प्रयास रंग अड्डा", होटल लेमन ट्री के सामने, एग्जिबिशन रोड, पटना में हो रही हैं। "चैत रंग उत्सव 2025" चतुर्थ संध्या के अवसर पर हिमांशु मिश्रा (मगही साहित्यकार), वरिष्ठ रंग अभिनेता अभिषेक शर्मा, प्रसिद्ध रंगकर्मी मिथिलेश सिंह, वरिष्ठ रंगकर्मी रवि भूषण बबलु आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया। रंगकमी दीपक आनंद ने मंच का संचालन किया।
"चैत रंग उत्सव 2025" के चतुर्थ संध्या के अवसर पर लोग बाग, पटना (बिहार) द्वारा सतीश कुमार मिश्र लिखित एवं राजेश कुमार (पप्पू ठाकुर) द्वारा निर्देशित नाटक का 'त हम कुंवारे रहे मंचन किया गया। इसकी जानकारी मीडिया प्रभारी अभिषेक कुमार मल्लिक ने दी।
लोग बाग, पटना (बिहार) की प्रस्तुति
कथासार 'त हम कुंवारे रहे'
'त हम कुंवारे रहे' नाटक सतीश कुमार मिश्र द्वारा रचित एक सामाजिक नाटक है। इस नाटक में नाट्यकार ने बखुबी हास्य अंदाज में दहेज प्रथा पर कटाक्ष किया है। ज्ञानगुणसागर मानसिक और शरीरिक रूप से अपंग चरित्र है। विवाह करने का बहुत शोख रहता है, लेकिन उसके पिता तीनलोक उजागर प्रसाद मनमाना तिलक दहेज लेने की वजह से उसकी विवाह करने में विलंब करते हैं।
इस नाटक में दहेज प्रथा के अलावा जनसंख्या बृद्धि पर भी कटाक्ष किया है और मुखिया के द्वारा हम दो, हमारे दो कि नीति अपनाने की बात कही गई है। इस नाटक की महता आने वाले समय में भी बरकरार हमेशा रहेगा। आगे देखिये मंच पर......
पात्र - परिचय (मंच पर)
तीनलोक उजागर प्रसाद : शशि भूषण कुमार
महावीर विक्रम बजरंगी प्रसाद : टीपु पाण्डेय
ज्ञान गुन सागर प्रसाद : रत्नेश कुमार
पचफोरन प्रसाद : सुधीर कुमार सिंह
धुर्तानंद : अनीष कुमार
ठगानंद : अमित कुमार
वज्जरमुठ : अविनाश कुमार
पेपची प्रसाद : अजय कुमार
मुखिया जी : दीपक कुमार गुप्ता
सरपंच साहेब : शुभम कुमार
तीनलोक की बीबी : अनिशा कुमारी
मंच के परे
ध्वनि संचालन : राहुल कुमार
वस्त्र विन्यास : मंजू शर्मा
रूप-सज्जा : नूतन कुमारी
सेट निर्माण : अमित कुमार
लेखक : सतीश कुमार मिश्र
निर्देशक : राजेश कुमार (पप्पू ठाकुर)