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नरपतगंज के अचरा पंचायत से टीबी मुक्त पंचायत अभियान की हुई शुरुआत




  • नरपतगंज के अचरा पंचायत से टीबी मुक्त पंचायत अभियान की हुई शुरुआत
  • संभावित मरीजों की खोज के लिये चार दिनों तक संचालित होगा विशेष अभियान
  • अभियान के क्रम में प्रति एक हजार आबादी पर पचास लोगों की होगी टीबी जांच 

अररिया, 09 जनवरी । 

Report: Son of Simanchal Gyan Mishra


जिले के चिह्नित पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। जिले के नरपतगंज प्रखंड अंतर्गत अचरा पंचायत से अभियान की विधिवत शुरुआत की गयी है। इसे लेकर अचरा पंचायत के हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सीडीओ डॉ वाईपी सिंह की अध्यक्षता में संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों की विशेष बैठक आयोजित की गयी। अभियान की सफलता को लेकर जिला यक्ष्मा रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने अभियायन में शामिल सभी स्वास्थ्य कर्मियों को जरूरी निर्देश दिये। 




वहीं जिला टीबी व एड्स समन्वयक सह निक्षय मित्र योजना के नोडल अधिकारी दामोदर शर्मा ने कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण देते हुए अभियान से संबंधित विस्तृत जानकारी साझा किया। अभियान के तहत संबंधित पंचायत में चार दिनों तक सघन रोगी खोज अभियान संचालित होगा। 

सभी प्रखंडों के दो-दो पंचायत चिह्नित

टीबी मुक्त अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों के दो-दो पंचायत चिह्नित किये गये हैं। इसमें जिले के कुर्साकांटा प्रखंड अंतर्गत कुर्साकांटा व कुआड़ी पंचायत, जोकीहाट प्रखंड के गैरकी मसूरिया व काकन, अररिया प्रखंड के गैडा व बांसबाड़ी, फारबिसगंज प्रखंड के पोठिया व रामपुर दक्षिण, सिकटी प्रखंड के बेंगा व ठेंगापुर पिपरा, पलासी प्रखंड के कनखुदिया व पकड़ी, रानीगंज प्रखंड के धामा व भोरहा, नरपतगंज प्रखंड के पिठौरा व अचरा पंचायत शामिल है। 

प्रति एक हजार आबादी पर पचास लोगों की होगी जांच 

जिला टीबी समन्वयक सह निक्षय मित्र योजना के नोडल अधिकारी दामोदर शर्मा ने बताया कि अचरा पंचायत से टीबी मुक्त पंचायत अभियान की शुरूआत की गयी है। पंचायत के प्रति एक हजार आबादी पर पचास लोगों की टीबी जांच की जायेगी। इसके लिये पंचायत में सघन रोगी खोज अभियान संचालित किया जाना है। अभियान में 12 आशा कार्यकर्ता 02 एएनएम व 02 कुरियर कर्मी को लगाया गया है। 




उन्होंने बताया कि जनवरी से दिसंबर माह के बीच अचरा पंचायत में टीबी के कुल 09 मरीज चिह्नित किये गये हैं। अभियान के क्रम में दो या दो से कम मरीज मिलने सहित निर्धारित अन्य शर्तों को पूरा करने के बाद संबंधित पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत घोषित किये जाने की दिशा में जरूरी पहल की जायेगी। सर्वे के क्रम में संभावित मरीजों को चिह्नित किया जायेगा। दूसरे दिन जांच के लिये सैंपल प्राप्त करते हुए इसे नजदीकी डीएमसी में माइक्रोस्कोपिक जांच के लिये भेजा जायेगा।   

बेहतर आपसी समन्वय से अभियान होगा सफल 

जिला यक्ष्मा रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ वाईपी सिंह ने बताया कि चिह्नित पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने की विशेष पहल की जायेगी। नरपतगंज प्रखंड के अचरा पंचायत से इसकी शुरूआत की गयी है। अभियान की सफलता को लेकर संबंधित कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है। प्रखंड स्तर पर विभिन्न विभागीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करते अभियान की सफलता को लेकर अधिकारी व कर्मियों को निर्देशित किया गया है। 

रोग उन्मूलन के प्रयासों को मिलेगी मजबूती 

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसे लेकर जरूरी पहल किया जा रहा है। टीबी रोग के प्रति समुदाय स्तर पर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने, संभावित रोगियों को जांच व इलाज के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से टीबी मुक्त पंचायत अभियान की सफलता को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया। इससे रोग उन्मूलन के प्रयासों को मजबूती मिलेगी।