- आया जो जग में उसे जाना ही होगा :श्रीराम राय
- डॉ. एस पी राय को समर्पित ऑनलाइन अखिल भारतीय कवि-सम्मेलन
- लोकप्रिय साहित्यिक संस्था "साहित्यकुंज" की अनुपम प्रस्तुति
औरंगाबाद(बिहार)। औरंगाबाद जिले ही नहीं अपितु अपने देश की चौतीस वर्ष पुरानी लोकप्रिय साहित्य,कला व संस्कृति की संवाहक संस्था " साहित्यकुंज " द्वारा वर्तमान वर्ष अलविदा 2023 को एवं वरीय रचनाकार,शिक्षाविद,समाजसेवक संत डॉ. एस पी राय की स्मृति को समर्पित कवि-सम्मेलन सह सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसकी जिसकी अध्यक्षता झांसी से पधारे वरीय कवि श्री राजेश तिवारी मक्खन ने की जबकि मंज संचालन जाने माने वरीय कवि एवं साहित्यकुंज के कार्यकारी अध्यक्ष श्री राम ने किया।
लब्धप्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक "दस्तक प्रभात "के प्रधान संपादक श्री प्रभात वर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा की जाते हुए लोंगो एवं साल को अलविदा करना आते हुए लोगों का स्वागत करना यह सनातन संस्कृति की रीति है। विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे देश के वरीय कवि डॉक्टर बृजेन्द्र नारायण द्विवेदी "शैलेश" ने कहा कि साहित्यकुंज द्वारा समय-समय पर कवि-सम्मेलन करवाना एवं आगन्तुक कवियों को सम्मानित करना वंदनीय है।
मशहूर मंच संचालक श्री राम राय ने ऑनलाइन अखिल भारतीय कवि-सम्मेलन का आगाज करते हुए कहा कि-:
"आया जो जग में उसे जाना ही होगा
आने का वादा भूल जाना ही होगा
नियम तो यहीं है जगत का प्यारे
यादों को दिल में सजाना ही होगा। "
उपरोक्त पंक्तियों को तालियों से स्वागत किया। हास्य-व्यंग्य के ख्यातिप्राप्त कवि,पत्रकार व साहित्यकुंज के प्रधान महासचिव अरविन्द अकेला ने कहा आगन्तुक कवियों, कवियत्रीगण एवं शायरों का स्वागत करते हुए कहा-:
"अलविदा यह वर्तमान साल तुम्हारा
तुम तो लगते हो बहुत ही प्यारा
तुम्हें कभी नहीं भूल पायेंगे
तुम हो बहुत सुंदर न्यारा। "
उपरोक्त कविता सभी कवियों, कवियत्रीगण एवं अतिथियों द्वारा काफी सराही गई।
साहित्यकुंज द्वारा आयोजित कवि-सम्मेलन में वीना आडवाणी तन्वी (नागपुर), गलशन कुमार (दिल्ली), सरिता कुमार, अमन रंगेला "अमन"(नागपुर, विजय प्रकाश सैनी (झांसी) ,सुमंगला सुमन (मुम्बई), विमल फरीदाबादी (हरियाणा) साधना त्रिपाठी "कनुप्रिया"(महाराजगंज) सुधा वर्मा(बिहार) सुखमिला अग्रवाल” भूमिजा (जयपुर), कहकशाँप्रवीण (किशनगंज), आरती तिवारी (दिल्ली) सविता राज (मुजफ्फरपुर) डॉ.हरिप्रसाद शुक्ल (अवध दुर्ग छत्तीसगढ़), डॉ गीता पांडे अपराजिता (रायबरेली), शिखा पाण्डेय (गोरखपुर), हीरा सिंह कौशल (मंडी), डॉ. ब्रजेन्द्र द्विवेदी शैलेश (वाराणसी), कविता नामदेव (नजीबाबाद), प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान (सागर), निहारिका झा (खैरागढ़) डॉ. शारदा प्रसाद दुबे, शरद चंद्र(ठाणे), डॉ गुलाब चंद पटेल (गांधी नगर), डॉ शैलेष वाणिया शैल (आणंद), मनोरंजन कुमार सिंह (गया), देवी प्रसाद पाण्डेय (प्रयागराज), वृंदावन राय सरल (सागर), उषा श्रीवास वत्स (छत्तीसगढ), राम कुमार प्रजापति (अलवर), कृष्णा सेंदल "तेजस्वी", (धार), सविता मोदी (पत्रकार) (मंडला), सुरेशकुमार वाढेर (गुजरात), सुखमिला अग्रवाल,”भूमिजा” (जयपुर), ग्राम कवि संतोष पांडेय "सरित" गुरुजी ( म.प्र.) एवं भेरूसिंह चौहान "तरंग" (झाबुआ) सहित तीन दर्जन कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से संपूर्ण वातावरण को काव्यमय बना दिया।
कार्यक्रम के अंत में सभी कवियों कवयित्री गण को श्री राम राय एवं अरविन्द अकेला के कर कमलों द्वारा डॉ.एस पी राय सम्मान से सम्मानित किया गया।