- टीबी मरीजों की खोज, इलाज व हरसंभव मदद उपलब्ध कराने की हो रही पहल
- -निक्षय मित्र बन कर टीबी उन्मूलन अभियन की सफलता में करें सहयोग
- -जिले में फिलहाल 2584 टीबी मरीज इलाजरत, टीबी नोटिफिकेशन में आयी है तेजी
अररिया, 11 सितंबर ।
Son of Simanchal Gyan Mishra
जिले को टीबी मुक्त बनाने की पहल अब संकल्प का रूप लेने लगा है. स्वास्थ्य विभाग इसे एक जनआंदोलन का रूप देने की पहल कर रहा है. संभावित मरीजों की खोज, समुचित इलाज का इंतजाम व मरीजों तक हर संभव मदद पहुंचाने संबंधी कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है. टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में निक्षय मित्रों की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो रही है. अब तक जिले के कई वरीय प्रशासनिक व स्वास्थ्य अधिकारी इस अभियान से जुड़ चुके हैं. उनके माध्यम से मरीजों को नियमित रूप से पोषाहार सहित अन्य मदद उपलब्ध करायी जा रही है. इसी कड़ी में जिलाधिकारी, सिविल सर्जन व जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा गोद लिये गये मरीजों के बीच सोमवार को पोषाहार पैकेट वितरित किया गया.
ओपीड़ी में आने वाले 10 मरीजों की टीबी जांच करायें सुनिश्चित--
सिविल सर्जन ने बताया कि कोई भी सक्षम व्यक्ति व संस्था निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों की जरूरी मदद कर सकते हैं. निक्षय मित्र बनने के लिये विभिन्न स्तरों पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि अधिक से अधिक टीबी मरीजों को जरूरी पोषाहार, चिकित्सकीय सहायता, भावनात्मक समर्थन सहित अन्य मदद उपलब्ध कराया जा सके. उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन संबंधी लक्ष्य की प्राप्ति के लिये जिले में संभावित मरीजों की खोज व समुचित उपचार पर विशेष जोर दिया जा रहा है. इसके लिये चिह्नित इलाकों में सघन रोगी खोज अभियान संचालित है. साथ ही ओपीड़ी में आने वाले कम से कम 10 प्रतिशत मरीजों की टीबी जांच सुनिश्चित कराने का आदेश सभी एमओआईसी को दिया गया. नियमित रूप से इसकी समीक्षा की जा रही है.
जिले में फिलहाल टीबी के 2584 इलाजरत मरीज --
जिला टीबी समन्वयक व निक्षय मित्र योजना के नोडल अधिकारी दामोदर प्रसाद ने बताया कि जिले में फिलहाल टीबी के 2584 इलाजरत मरीज हैं. जिले में पंजीकृत निक्षय मित्रों की संख्या 88 है. उनके माध्यम से कुल 202 मरीजों को जरूरी सहायता उपलब्ध करायी जा रही है. निक्षय मित्रों की संख्या बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. हाल के दिनों में टीबी रोगियों की जांच व नोटिफिकेशन मामले में तेजी आयी है.
ओपीडी में आने वाले संभावित मरीजों की प्रमुखता के आधार पर जांच की जा रही है. संबंधित मामले में भरगामा, कुर्साकांटा, रानीगंज व सिकटी का प्रदर्शन काफी बेहतर है. इसी तरह बीते अगस्त माह में स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन संबंधी निर्धारित लक्ष्य की तुलना में उपलब्धि 89 प्रतिशत रही है. वहीं प्राइवेट नोटिफिकेशन मामले में बीते अगस्त माह में करीब 06 फीसदी का सुधार हुआ है.