आज 14 फरवरी 2023 को यूथ हॉस्टल, पटना में मार्क फिल्म प्रोडक्शन द्वारा निर्मित दो शॉर्ट फिल्म्स ' द बर्डस' और ' द डार्क रे' का स्क्रीनिंग किया गया । दोनों फिल्मों के निर्देशक बिहार के उभरते हुए युवा फिल्म निर्देशक रेन मार्क हैं। स्क्रीनिंग के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ फिल्म निर्देशक किरणकांत वर्मा उपस्थित रहे। वे फिल्म देखकर काफी अभिभूत हुए और रेन मार्क को बेहतरीन भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा बिहार में ऐसे जुनूनी युवा फिल्म निर्देशकों की जरूरत हैं जो बिहार में सिनेमा को एक नए स्तर तक ले जा सकते हैं। अगर रेन मार्क जैसे निर्देशक को प्रोत्साहन मिले तो आने वाले समय में बिहार में भी सिनेमा का भविष्य सुनहरा हो सकता हैं। उन्होंने कहा नए फिल्ममेकर को अपने से बड़े फिल्ममेकर से हमेशा सीखना चाहिए।
'द बर्ड्स' फिल्म में मधु नाम की लड़की की कहानी को दिखाया गया है जो पढ़ लिखकर आई. पी. एस. बनना चाहती हैं। मधु पंक्षियों की तरह खुले आसमान में उड़ना चाहती हैं। लेकिन उसके परिवार वाले समाज के बनाए पुराने रूढ़िवादी धारणा को मानकर उसकी शादी जल्द से जल्द कर देना चाहते हैं लेकिन वह शादी नहीं करना चाहती हैं। वह आई. पी.एस बनना चाहती हैं। मधु यह सब सहन नहीं कर पाती हैं और अपने हाथ का नस काटकर आत्महत्या करने की कोशिश करती हैं लेकिन उसका दोस्त रोहित सही वक्त पर आकर उसकी जान बचा लेता हैं। मधु पढ लिखकर आई. पी. एस. बन जाती हैं और समाज के लिए एक मिशाल पेश करती हैं।
द बर्ड्स फिल्म के मुख्य कलाकार हैं - आकांक्षा प्रिया श्रीवास्तव, रेन मार्क, रेनू सिन्हा, सरबिंद कुमार, आलोक गुप्ता, रवि कपूर, आदित्य शर्मा, ऋषिकेश कुमार, गुड़िया शर्मा, धर्मशिला देवी।
लेखक और निर्देशक:- रेन मार्क।
द बर्ड्स की स्क्रीनिंग के बाद डार्क रे का स्क्रीनिंग किया गया। यह फिल्म एक फिलोसोफिकल फिल्म हैं जो आधुनिक युग के काली सच्चाई को दिखाती हैं। यह फिल्म एक ऐसे विद्यार्थी की कहानी हैं जो अपना घर -परिवार सबकुछ छोड़कर शहर की चकाचौध दुनिया में पढ़ लिखकर अपने परिवार के लिए कुछ करना चाहता हैं। लेकिन वह उस चकाचौध दुनिया के पीछे छुपी काली सच्चाई को पहचान नहीं पाता हैं। वह समझ नहीं पाता हैं कि अपनी इस नाकामी भरी जिन्दगी के साथ अपने गांव अपने परिवार के पास कैसे जाए। उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ने लगती हैं और अंतत वह अपनी जान दे देता हैं। डार्क रे फिल्म के मुख्य कलाकार रेन मार्क और रंजीत राज हैं। फिल्म के लेखक और निर्देशक ' रेन मार्क' ने फिल्म को इतने बेहतरीन ढंग से बनाया है जिसे देखकर दर्शक काफी खुश हुए। दर्शकगण दोनों फिल्मों की तारीफ करते हुए हॉल से निकले।
फिल्म स्क्रीनिंग के बाद बिहार में सिनेमा के भविष्य को लेकर बात की गई। उपस्थित तमाम लोगों ने अपना अपना मत रखा। राजेन्द्र नरेंद्र ने कहा बिहार में भी बाकी राज्यों की तरह फिल्म निर्माण में सब्सिडी उपलब्ध कराया जाए ताकि यहां अधिक से अधिक फिल्मों का निर्माण हो सके। विनीत झा ने कहा अभिनेता को सदैव सीखते रहना चाहिए। मनीष महिवाल ने कहा फिल्म मेकिंग के साथ साथ बिहार में फिल्म के भविष्य को लेकर बात हमेशा होनी चहिए। रूचिन चैनपुरी ने कहा असम की फिल्में ऑस्कर जा रही हैं। बिहार की फिल्में भी ऑस्कर में जानी चाहिए। उषा वर्मा ने रेन मार्क को बेहतरीन फिल्म निर्माण के लिए शुभकामनाएं दी। सम्राट उपाध्याय ने कहा बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं हैं। जरूरी है उन प्रतिभाओं को पहचान कर उसे विश्व पटल पर लाने की। मौके पर राजेंद नरेन्द्र, उषा वर्मा, मनीष महिवाल, सरबिंद कुमार, सम्राट उपाध्याय, विनीत झा, रास राज, रुचिन चैनपुरी, रेनू सिन्हा , अनिशा , निक्की, कुमार राहुल, आदित्य कुमार अश्क इत्यादि लोग उपस्थित रहे।
कैमरे के पीछे के कलाकार :-
कैमरामैन - अवनीश महादेवन
एडिटर - आदर्श राज प्यासा ( एलिगेंट सीने स्टूडियो)
म्यूजिक - शिवम कुमार
कॉस्ट्यूम और मेकअप - सुनीता शर्मा
तकनीकी निर्देशक - अक्षय कुमार यादव
डबिंग इंजीनियर - सुमित कुमार
डबिंग कलाकर - रमेश सिंह, रवि आनंद, अक्षय कुमार यादव
प्रोडक्शन मैनेजर - कुमार राहुल
प्रोडक्शन कंट्रोलर - रमेश सिंह
प्रोडक्शन - मृत्युंजय यादव, मनीष कुमार
सहयोग - मीना देवी, मथुरा शर्मा, मंजू कुमारी, नीतीश कुमार, सतीश कुमार, चंदन कुमार
कास्टिंग डायरेक्टर - कुमार राहुल ( चैंप कास्टिंग कंपनी)
कास्टिंग एसोसिएट - रवि आनंद
विशेष आभार - आदित्य कुमार अश्क
सहायक निर्देशक - रवि आनंद
लेखक और निर्देशक - रेन मार्क