- एमटीसीटी कैंप आयोजित कर ग्रामीणों को उपलब्ध करायी गयी जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं
- संक्रमित माताओं से उनके बच्चों में होने वाले एचआईवी संक्रमण को रोकना आसान
- शिविर में में टीबी, कालाजार सहित अन्य रोगों के नि:शुल्क जांच व इलाज का था इंतजाम
अररिया, 28 जनवरी ।
SON OF SIMANCHAL GYAN MISHRA
संक्रमित माताओं से होने बच्चों में होने वाले एचआईवी एड्स के संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिले में विशेष साप्ताहिक अभियान संचालित किया जा रहा है। 25 जनवरी से 02 फरवरी के बीच संचालित इस अभियान के क्रम में विभिन्न प्रखंडों के सुदूरवर्ती गांवों में विशेष ईएमटीसीटी कैंप का आयोजित किया जाना है। कैंप के माध्यम से स्थानीय ग्रामीणों को एक ही जगह पर विभिन्न स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित है।
इसी कड़ी में शुक्रवार को सिकटी प्रखंड के भूतहा, कुर्साकांटा प्रखंड के सुंदरी मठ, जोकीहाट के दर्शना व पलासी के धर्मगंज में ईएमटीसीटी स्वास्थ्य चेतना शिविर आयोजित किया गया। शिविर आयोजन के उक्त चार प्रखंडों के ग्रामीण इलाकों में अवस्थित कुल 28 स्वास्थ्य संस्थानों को चिह्नित किया गया है। जहां निर्धारित तिथि को ईएमटीसीटी शिविर आयोजित किया जाना है।
संक्रमित माताओं के बच्चों की सुरक्षा उद्देश्य
डीपीएम एड्स अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि ईएमटीसीटी स्वास्थ्य चेतना शिविर का मुख्य उद्देश्य संक्रमित माताओं से उनके बच्चों में होने वाले एचआईवी संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जाना है। ग्रामीण इलाकों में आयोजित इस शिविर के माध्यम से लोगों को अन्य जरूरी चिकित्सकीय सेवाएं भी उपलब्ध कराये या जा रहे हा हैं। उन्होंने बताया कि शिविर की सफलता को लेकर संबंधित क्षेत्रों के केटीएस, एसटीएस, एसटीएलएस, एएनएम, आशा फैसिलिटेटर के माध्यम से क्षेत्र में व्यापक प्रचार अभियान संचालित किया गया है। ताकि शिविर का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सके।
शिविर में उपलब्ध करायी गयी जरूरी सेवाएं
कुर्साकांटा प्रखंड के सुंदरी मठ में आयोजित शिविर में प्रतिनियुक्त चिकित्सक डॉ सावन कुमार ने बताया कि ईएमटीसीटी शिविर में टीबी, कालाजार, उच्च जोखिम समूह खास कर गर्भवती महिला, जो एचआईवी जांच व सलाह की सुविधा से वंचित हैं, उन्हें इस संबंध में जरूरी सेवाएं उपलब्ध करायी गयी.
शिविर में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लेकर उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया। केटीएस मधु कुमारी ने बताया कि शिविर में एक दर्जन से अधिक कालाजार के संदेहास्पद मरीजों की की आरंभिक जांच कर उन्हें जरूरी चिकित्सकीय सलाह व व जरूरी दवाएं दी गयी।
जागरूकता से एचआईवी पर प्रभावी नियंत्रण संभव
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कहा कि संक्रमित माताओं से उनके बच्चों में होने वाले एचआईवी संक्रमण को बहुत हद नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन इसके लिये समय पर गर्भवती माताओं की जांच जरूरी है। माताओं से उनके बच्चों में होने वाले संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर उन्होंने ईएमटीसीटी स्वास्थ्य चेतना शिविर को महत्वपूर्ण बताया।