- थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज
- एक मौसमी कर्मचारी की संलिप्तता की शंका
सासाराम | जिला संवाददाता
रोहतास जिले के नासरीगंज प्रखंड अंतर्गत अमियावर गांव से गत सोमवार सोन नहर पर बने लोहे के पुल के गायब होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में जहां विभागीय अधिकारियों की मिली भगत के आरोप लग रहे हैं। तो दूसरी तरफ सोन नहर अवर प्रमंडल नासरीगंज के जेई अरशद कमाल शम्सी ने वरीय अधिकारियों के निर्देश पर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ पुल चोरी की एफआईआर दर्ज कराई है।
कुछ ग्रामीणों ने पुल चोरी की वीडियो भी वायरल कर दी है। वहीं एक मौसमी कर्मचारी के अवसर पर उपस्थित होने की बात ग्रामीणों व उक्त जेई के बयान से सामने आ रही है। बावजूद इसके अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराये जाने से गंभीर सवाल खड़े होते हैं। आम लोगों व जनप्रतिनिधियों का कहना है कि उक्त मौसमी कर्मचारी को गिरफ्तार कर पूछताछ करने से सच्चाई सामने आएगी। और कुछ लोग बेनकाब होंगे। गौरतलब है कि अमियावर निवासी राजद नेता शिवकल्याण भारद्वाज ने साफ तौर पर बयान दिया है कि पुल को गैस कटर मशीन से काटे जाने की सूचना पा कर जब वे अवसर पर गये तो एक मौसमी कर्मचारी अवसर पर मौजूद था। उसने विश्वास दिलाया कि पुल काटने वाले लोग विभागीय आदेश पर ऐसा कर रहे हैं। जबकि दो दिनों बाद अखबार में छपी खबर के माध्यम से पता चला कि पुल को अवैध तरीके से गायब कर दिया गया।
इधर उक्त मौसमी कर्मचारी के अवसर पर उपस्थित होने की पुष्टि विभागीय जेई श्री शम्सी के बयान से भी हो रही है। इस सवाल पर सहायक अभियंता राधेश्याम सिंह ने कहा कि अगर मौसमी कर्मचारी से विभागीय जांच की जा रही है। औत संलिप्तता साबित होने पर उसके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई होगी। वहीं लोजपा नेता महेश चौधरी ने घटना को अमियावर गांव का अपमान बताते हुए दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। इधर जिला परिषद सदस्य प्रियंका प्रसाद, मुखिया रामदुलारी देवी और समाजसेवी गांधी चौधरी का आरोप है कि जिस चालाकी से लोगों को गुमराह करके दिनदहाड़े पुल को गायब कर दिया गया, उससे लगता है कि बिना अधिकारियों की मिलीभगत के यह संभव नहीं है। लोगों ने घटना की सच्चाई जल्द से जल्द आम लोगों के सामने लाने की मांग प्रशासन से की है।