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सदर अस्पताल को एनक्यूएएस के मानकों के आधार पर विकसित करने का हो रहा प्रयास



  • -साल के अंत तक अस्पताल के छह विभागों को राष्ट्रीय मानकों के आधार पर विकसित करने का लक्ष्य 
  • -इस साल 14 स्वास्थ्य इकाई को कायाकल्प व 05 को लक्ष्य मानकों के अनुरूप किया जायेगा विकसित 

अररिया, 07 अप्रैल । SON OF SIMANCHAL ,GYAN MISHRA 

सदर अस्पताल में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं को राष्ट्रीय मानकों के आधार पर विकसित किया जायेगा। इसकी कवायद शुरू हो चुकी है। फिलहाल अस्पताल के 18 में से 06 विभागों का चयन क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के आधार पर विकसित किये जाने के लिये किया गया है। इसमें ब्लड़ बैंक, ओटी, प्रसव कक्ष सहित अन्य शामिल हैं। गौरतलब है सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों की विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए वैश्विक मानकों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर क्वालिटी एश्योरेंस सटेंडर्ड विकसित किये गये हैं। 



इस साल सदर अस्पताल के छह विभागों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे लेकर विशेष रणनीति तैयार करने व कर्मियों को इस संबंध में जरूरी प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिये एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सदर अस्पताल के सभाकक्ष में गुरुवार को किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम मंर एसएनसीयू, प्रयोगशाला, लेबर रूम, ओटी, वार्ड कर्मी सहित अन्य ने भाग लिया। कार्यक्रम में डीसी क्वालिटी एश्योरेंस डॉ मधुबाला कुमारी, केयर इंडिया की डीटीएफओ डोली वर्मा, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद सहित अन्य शामिल थे।   

गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना एनक्यूएएस का उद्देश्य :

कार्यक्रम में मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका निभा रहे केयर इंडिया के डॉ विकास कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल का चयन राष्ट्रीय क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड यानि एनक्यूएएस के लिये किया गया है। आगामी वित्तीय वर्ष से पूर्व इसे राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाना है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिये केंद्र व राज्य की सरकार द्वारा निरंतर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। ताकि लोगों को स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराया जा सके। 



डॉ विकास ने कहा कि एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिये बेहतर रणनीति के निर्माण व क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम को लेकर कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है। आगे निरंतर विभिन्न स्तरों पर इसकी समुचित निगरानी की जायेगी। साथ ही निर्धारित समय पर लक्ष्य प्राप्ति को लेकर कर्मियों को जरूरी सुझाव दिये गये हैं। 

निरंतर हो रहा स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी का प्रयास :

प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमुल हौदा ने बताया कि जिले में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को लेकर विभिन्न स्तरों पर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष तक जिले के 14 स्वास्थ्य संस्थानों को कायाकल्प कार्यक्रम के अनुरूप विकसित किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। इतना ही नहीं जिले के पांच स्वास्थ्य संस्थानों को लक्ष्य कार्यक्रम के अनुरूप विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित है। इसमें भरगामा, रानीगंज, सिकटी, फारबिसगंज, नरपतगंज के नाम शामिल हैं। 


उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में पीडिया वार्ड का संचालन बंद पड़ा है। दो से तीन दिनों के अंदर इसका संचालन शुरू करा दिया जायेगा। इसके लिये विशेष टीम गठित किये गये हैं। टीम में डीसी क्वालिटी एश्योरेंश डॉ मधुबाला कुमारी, डीटीएफओ केयर डोली वर्मा, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद शामिल हैं। साथ ही पीडिया वार्ड में विशेषज्ञ चिकित्सक की प्रतिनियुक्त को लेकर अस्पताल अधीक्षक से अनुरोध किया गया है।