Header Ads Widget

लोक पंच की प्रस्तुति, नुक्कड़ नाटक दारू वाले भाई

👆लोक पंच की प्रस्तुति,नुक्कड़ नाटक "दारू वाले भाई"



  • लेखिका : उर्मिला कुमारी
  • निर्देशक : मनीष महिवाल
  • स्थान : महावीर कैंसर संस्थान, फुलवारी शरीफ, पटना
कथासार : इस नाटक के माध्यम से बताने की कोशिश की गई है कि अभी भी कई लोग नशे के हालत में गाड़ियां चलाते हैं और सामने वाले को नुकसान कर बैठते हैं और अपना तो नुकसान करते ही हैं।

ऐसे ही एक स्थिति में एक्सीडेंट होने के बाद पुलिस पहुंचती है और समझा-बुझाकर नशे मे धुत व्यक्ति को घर पहुंचा देती है, यह कहते हुए कि अभी इस पर कार्रवाई करने से कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि यह होश में नहीं है, इस पर बाद में कार्रवाई की जाएगी। मानवता का एक पहलू यह भी था कि तत्काल उसे गिरफ्तार नहीं किया गया, समझा-बुझाकर छोड़ दिया गया।




वहीं नाटक के दूसरे हिस्से में यह बताया जाता है कि मौज-मस्ती एवं पार्टी के नाम पर जो लोग नशा करते हैं उसका परिणाम क्या होता है, मां-बाप कई अरमानों के साथ अपने बच्चों को शहर में पढ़ने को भेजते हैं पर यह बच्चे गलत रास्ते पकड़ लेते हैं। 
नशे की लत में ऐसा डूबते हैं कि निकल पाना मुश्किल होता है, जब तक उन्हें एहसास होता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है।



कार्यक्रम के दौरान मोहम्मद कमाल परवेज ने बताया कि इस तरह का कार्यक्रम हमेशा होते रहने से समाज को शिक्षा एवं सबक मिलता रहता है। 

नाटक के दौरान कई गीतों की प्रस्तुति की गई जिसमें मनीष महिवाल द्वारा गाया गया गीत "दारूवाला भाई मत पीजो मेरे भाई" लोगों को बहुत पसंद आता है।

कलाकार : मनीष महिवाल , उर्मिला कुमारी , रोहित , देवेंद्र , अभिषेक , वीना गुप्ता एवं रोबन कुमार।

सहयोग : मोहम्मद कमाल परवेज