न्यूज़ डेस्क। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता लालू यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। रांची में सीबीआई की विशेष अदालत ने दोरांडा कोषागार से धोखाधड़ी से निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव को दोषी ठहराया है।
इस मामले में उसकी सजा 21 फरवरी तो सुनाई जाएगी। उधर, दोषी करार दिए जाने के बाद फौरन उन्हें हिरासत में ले लिया गया और होटवार जेल भेज दिया गया। होटवार जेल में डॉक्टरों की टीम द्वारा लालू के स्वास्थ्य की जांच के बाद उन्हें रिम्स में शिफ्ट किया गया है। दरअसल, लालू यादव के वकील ने अदालत से उनकी उम्र और खराब तबीयत को लेकर गुहार लगाई थी और अनुरोध किया था कि उन्हें रिम्स में शिफ्ट किया जाए।
जानकारों के मुताबिक, यदि लालू यादव को 3 साल या इससे कम की सजा होती है तो वे इसी अदालत में चुनौती दे सकते हैं। वहीं इससे ऊपर की सजा के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा। लालू के वकील की अपील की है कि कोर्ट लालू यादव की उम्र और उनकी बीमारी को ध्यान में रखते हुए कम से कम साल की सजा दें।
उधर लालू यादव के छोटे बेटे एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हमें ऊपरी अदालत से न्याय मिलेगा, इस बात का हमें भरोसा है। लालू यादव के आदेश पर ही पूरे मामले की जांच शुरू की गई थी। ऐसे में निराश होने की जरूरत नहीं है।