मधुबनी - लदनियां से हरिश्चंद्र यादव की रिपोर्ट।
थाना क्षेत्र के मनहरवा परसाही में मासूम बच्चे को जहर देकर मौत के घाट उतारने का मामला प्रकाश में आया है। घटना शनिवार की बताई जा रही हैं। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मासूम बच्चे की दादी आशा देवी व मझिली चाची नीतू देवी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मझिले चाचा रविशंकर साउ फरार बताया जाता हैं। ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना को अंजाम देने का कारण प्रदीप साह के संपत्तियों पर एकाधिकार राज स्थापित करने के लिए उसके दो वर्षीय पुत्र विशाल कुमार को उसकी चाची और दादी ने जहर खिला दी।
मासूम की विगड़ती हालत को देखकर परिजनों ने खुटौना स्थित पीएचसी भेजा। जहां से भी उसकी स्थिति की नाजुकता को देखकर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सक ने इसे इलाज के लिए दरभंगा भेजा। दरभंगा ले जाने के क्रम में मासूम की मौत हो गई। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में मधुबनी भेजा है। घटना की पुष्टि थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने की है। उन्होंने बताया कि मृतक मासूम बच्चे की मां गीता देवी के द्वारा बच्चे की हत्यारिणी अपनी सास आशा देवी और गोतनी नीतू देवी व देवर रविशंकर साउ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के तहत बच्चे की दादी आशा देवी व चाची नीतू देवी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
आवेदक बच्चे की मां गीता देवी के कथनानुसार शनिवार की दोपहर वह उस मासूम बच्चे को घर में सुलाकर अपनी बड़ी पुत्री राखी कुमारी को बगल के घर से बुलाने गई थी। जब वह अपनी पुत्री के साथ घर में प्रवेश कि तो बच्चे की मुंह काला देख उसनें पुछा तो बेहोशी की हालत में किसी तरह इसारे से अपनी चाची नीतू देवी के तरफ बताते हुए कहा कि मुंह में दवा खिलाई है। जिसके बाद उसका स्थिति और नाजुक होते चला गया। जिसें खुटौना स्थित पीएचसी से दरभंगा ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई।