मधुबनी - लदनियां से हरिश्चन्द्र यादव की रिपोर्ट
लदनियां प्रखंड के गांवों में बढ़ते कोरोना महामारी के चेन को रोकने के लिए सरकार ने पंचायत के सचिवों को लोगों के बीच मास्क वितरण करने का आदेश दिया है। मास्क बनाने की जिम्मेदारी सरकार ने जीविका दीदियों को सौंपी है। दीदियों ने मास्क बनाकर प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराना प्रारंभ कर दिया है। इसकी जानकारी देते हुए जीविका के बीपीएम प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रखंड की छह पंचायतों के लिए प्रखंड कार्यालय द्वारा 1.39 लाख मास्क की मांग की गई है। तदनुरूप दीदियों ने प्रखंड कार्यालय को बीस हजार से अधिक मास्क उपलब्ध कराया है। जिसका वितरण खोजा, लक्ष्मीनियां, कुमरखत पूर्वी, पिपराही, पद्मा पंचायत में चल रहा है। पद्मा पंचायत की वार्ड संख्या दो के लोगों ने मास्क को घटिया बताकर लेने से इनकार किया। जानकारी देते हुए पंचायत सचिव अरुण कुमार ने बताया कि लोगों के विरोध स्वरूप आवंटित मास्क प्रखंड कार्यालय को वापस कर दिया गया है। शेष पंचायतों में वितरण के सवाल पर प्रखंड कार्यालय ने बताया कि मास्क की उपलब्धता को देखते हुए अन्य पंचायतों के लिए भी इसकी व्यवस्था की जाएगी। जीविका दीदियों द्वारा लक्ष्य के अनुरूप काम नहीं करने पर मास्क की खरीद जिले से की जाएगी। इधर मास्क की गुणवत्ता पर चौतरफा सवाल उठने लगे हैं। पंसस रामकुमार यादव, सरोज यादव आदि ने बताया कि मास्क निर्माण में जिस कपडे़ को व्यवहार में लाया गया है, स्वास्थ्य के अनुकूल नहीं है। मास्क छोटा है और उसका रंग पसीने में धुलकर चेहरे पर निखर जाता है। साथ ही पहनने के बाद असहज फील होने लगता है। इनकी माने तो घटिया मास्क में लगे लोगों को बीपीआर ओ, डीपीआरओ समेेेत स्थानीय राजनेताओं का संंरक्षण प्राप्त है। पिता के निधनोपरांत छुट्टी पर गये बीडीओ अखिलेश्वर कुमार के प्रभार में कार्यभार संभाल रहे पंचायत राज पदाधिकारी नरेन्द्र प्रसाद ने लोगों से मिली शिकायत पर डीएम व डीडीसी को शिकायती पत्र भेजा है। विदित हो कि प्रखंड के 48618 परिवारों के लगभग तीन लाख लोगों के बीच मास्क का वितरण करना है। अभीतक जीविका दीदियों द्वारा उपलब्ध कराये गये 20 . 488 हजार मास्क वितरण के लिए संबंधित पंचायत के सचिवों को दिया जा सका है।
विधायक मीना कुमारी ने भी गुणवत्ताहीन मास्क क्रय कर सरकारी राशि के दुरुपयोग की लिखित शिकायत संबंधित विभागों से की है।
डीडीसी ने उक्त शिकायत को गंभीरता से लिया है।
पूछे जाने पर बीपीएम ने बताया कि लोगों से मिली ऐसी शिकायत के बाद मास्क निर्माण में लगी दीदियों ने कपड़े बदल दिये हैं। उपलब्ध कराये गये मास्कों का भुगतान नहीं हो सका है। राशि के दुरुपयोग की शिकायत आधारहीन है।