न्यूज़ डेस्क। बिहार में कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार ने 15 मई तक लॉकडाउन लगाया हुआ है । लॉकडाउन लगाए जाने के बाद से कोरोना संक्रमण की रफ्तार में थोड़ी कमी आई है। इसी को देखते हुए बिहार सरकार अभी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती, ऐसी संभावना लगाई जा रही है कि अब लॉकडाउन की अवधि को 31 मई तक बढ़ाया जा सकता है।
बुधवार को इस लॉकडाउन को लेकर मुख्य सचिव अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक बुलाई गई इस बैठक के दौरान पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ाए जाने का प्रस्ताव दिया है। प्रशासन का मानना है कि अगर लॉकडाउन बढ़ाया गया तो स्थिति में जल्द सुधार हो सकता है।
पीएमसीएच में बुधवार को पहली बार मौत का आंकड़ा सर्वाधिक स्तर पर पहुंचा है, जहां 24 घंटे के अंदर 11 मरीजों ने दम तोड़ दिया।
अधिकारियों के मुताबिक इससे पहले अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह में सबसे अधिक नौ मरीजों की कोरोना से मौत हुई थी।
बताया जा रहा है बिहार के सभी जिला अधिकारियों उन्हें शादी विवाह जैसे समारोह में अतिथियों की संख्या को और घटाऐ जाने का प्रस्ताव मुख्य सचिव को दिया है अभी तक की शादियों में भीड़ में कमी नहीं हो पा रही है जिसे देखते हुए सरकार इस पर शक्ति करती है तो बढ़ते संक्रमण पर लगाम लगाई जा सकती है।
बाजारों व वाहन पर भी उसी प्रकार प्रतिबंध लगा रहेगा।
वहीं दूसरी ओर सरकार के लाख सख्ती के बाद भी लोग बड़ी संख्या में दुकान और रोड पर घूमते नजर आ रहे हैं सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी कर अनिवार्य आवश्यक सामग्री दुकानों को सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे दिन तक खोलने की छूट दी है, लेकिन कुछ दुकानदार लॉक डाउन का उल्लंघन कर कपड़ा, जूता, चप्पल, स्टेशनरी, डिपार्टमेंटल स्टोर, इलेक्ट्रॉनिक आदि की दुकानें खोले रखते हैं जिसके कारण बाजारों में अपर्याप्त भीड़ लगी रहती है । कुछ दुकानदारों ने तो ग्राहक को अपने दुकानों में बंद कर बाहर से दुकान बंद कर व्यपार कर पैसे कमाई के साथ कोविड-महामारी को भी निमंत्रण देने में अहम योगदान देने से भी बाज़ नहीं आ रहे हैं। पुलिस के आने पर ही यह लोग दुकान जल्दी-जल्दी बंद करने लगते हैं।
लॉकडाउन का उल्लंघन कर वाहनों पर बिना वजह घूम रहे कई युवकों का पुलिस द्वारा चालान भी काटा जा रहा है। दूसरी ओर मनमानी कर रहे दुकानदारों के प्रतिष्ठान को भी सील किया गया है।