अररिया/फारबिसगंज(ज्ञान मिश्रा)
टीचर्स ऑफ़ बिहार के संस्थापक शिव कुमार ने इस अवसर पर शिक्षा जगत से जुड़े शिक्षा प्रेमियों, शिक्षाविदों को सम्बोधित करते हुए बताया कि पिछले दो वर्षों से शिक्षकों की तपस्या, त्याग, समर्पण, धैर्य, जुनून, जज्बात आदि के समेकित रूप का ही नतीजा है कि आज हम सभी का टीचर्स ऑफ बिहार फेसबुक ग्रुप के सदस्यों की संख्या चालिस हज़ार पर हो गयी है।
वैसेे तो शिक्षक सृजन के संघर्ष पथ के मतवाले रहें हैं जिनके पग कोविड-19 के संक्रमण काल में ना रुके, न झुके, बस बढ़ते रहे। विद्वान शिक्षक साथियों का हाथ और साथ हम सब के लिए इस जन्म का अनुपम उपहार है।
शिक्षकों को संबोधित कर इन्होंने कहा.. आइए हम सब एक नए जोश के साथ अपने कभी न रुकने वाले यात्रा को आगे बढ़ाते हैं जिसका लक्ष्य अपने सहकर्मी शिक्षक साथियों में कौशल विकास सहित पेशेवर नजरिया पैदा करने की कोशिश करते हैं तो देश के नौनिहालों में सृजन की भूख, चिंतन, खोजबीन की प्रवृति आदि विकसित करने का जुनून।
आप सबको पुनः टीचर्स ऑफ बिहार फेसबुक ग्रुप के चालीस हजार होने पर अनेकों शुभकामनाएं देते हुए बिहार की शिक्षा को एक नए आयाम तक ले जाने को लेकर संकल्पित है। उपयुक्त जानकारी टीचर्स ऑफ बिहार के प्रदेश प्रवक्ता श्री रंजेश सिंह ने दी।

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