बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफ़र सरोज ख़ान का 72 साल की उम्र में निधन हो गया है. सरोज ख़ान पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थीं. 20 जून को सांस लेने की तकलीफ के बाद उन्हें मुंबई में बांद्रा स्थित गुरू नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले दिनों उनकी कोरोना संक्रमण की भी जांच की गई थी लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक गुरुवार देर रात उन्हें कार्डिएक अरेस्ट हुआ. एएनआई ने खबर दी है कि सरोज ख़ान की अंत्येष्टि मुंबई के मलाड इलाके में मालवाणी क़ब्रिस्तान में होगी। परिवार वालों ने बताया था कि
जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा, लेकिन अचानक देर रात उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सरोज ख़ान को अपनी कोरियोग्राफ़ी की कला के चलते 3 बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका था. संजय लीला भंसाली की फ़िल्म 'देवदास' में डोला-रे-डोला गाने की कोरियोग्राफ़ी के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था. माधुरी दीक्षित की फ़िल्म 'तेजाब' के यादगार आइटम सॉन्ग एक-दो-तीन और साल 2007 में आई फ़िल्म 'जब वी मेट' के सॉन्ग ये इश्क के लिए भी उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था।