न्यूज़ डेस्क। ईद-उल-अज़हा या ईद-उल-ज़ुहा या बकरीद इस बार आगामी एक अगस्त को मनाई जाएगी. बकरीद को इस्लाम में बहुत ही पवित्र त्योहार माना जाता है. इस्लाम में एक साल में दो तरह ईद की मनाई जाती है. एक ईद जिसे मीठी ईद कहा जाता है और दूसरी बकरीद।
एक ईद समाज में प्रेम की मिठास घोलने का संदेश देती है. तो वहीं दूसरी ईद अपने कर्तव्य के लिए जागरूक रहने का सबक सिखाती है. ईद-उल-ज़ुहा या बकरीद का दिन फर्ज़-ए-कुर्बान का दिन होता हैं. बकरीद पर सक्षम मुसलमान अल्लाह की राह में बकरे या किसी अन्य पशुओं की कुर्बानी देते हैं पर इस साल कोरोना संक्रमण के कारण बाजार में बकरा लेने वालों की काफी कमी देखी जा रही है। देखिए पटना से हमारे संवाददाता जावेद खान की रिपोर्ट।