न्यूज़ डेस्क। बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए पटना डीएम के आदेश पर 30 निजी अस्पतालों में कोरोना का इलाज अब शुरू होने जा रहा है। फिलहाल इन निजी अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड अलग बनाना होगा। कई निजी अस्पताल ने आवेदन भी दिया है।
लगातार मिल रही शिकायत के बाद पटना डीएम कुमार रवि ने निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक कर कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कराने की व्यवस्था करवाई है। अक्सर शिकायत आती थी कि प्राइवेट अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों को सरकारी अस्पताल भेज रहे हैं।
निजी अस्पताल में उपचार का शुल्क देना होगा इसके बदले उन्हें अच्छी सुविधा अस्पताल द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। डीएम ऑफिस पटना को निजी अस्पताल की ओर से कई आवेदन भी मिले हैं, जिसमें आइसोलेशन वार्ड और बेड की सुविधा अस्पताल द्वारा देने की बात लिखी गई है।
अभी निजी अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों से कितना शुल्क लेगा यह स्पष्ट नहीं हो सका है लेकिन प्रशासन ने न्यूनतम खर्च पर मरीजों का इलाज हो सके इसके लिए अधिकारियों के साथ बैठक की है।
पटना में कोरोना मरीजों की संख्या रोज बढ़ती जा रही है सोमवार तक पटना में संक्रमित की संख्या 3894 तक पहुंच चुकी है इसमें 198 नए केस आए हैं जबकि पटना में कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या 12 हो चुकी है, जिसमें 3 डॉक्टर भी शामिल है।
अगर निजी अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ती है तो सरकारी अस्पतालों का लोड थोड़ा कम हो जाएगा जिससे सरकारी अस्पताल में भी मरीजों का बेहतर इलाज हो सकेगा।