लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए ठीक होकर वापस लौटे केजीएमयू के रेजीडेंट डॉक्टर तौसीफ खान आगे आए.
उन्होंने रमज़ान के पाक महीने में अपना प्लाज्मा दान कर नेकी की मिसाल कायम की. डॉ तौसीफ ने शनिवार को ही रमजान के पहले दिन रोजा रख कर अपने खून का सैंपल अस्पताल को सौंप दिया था.
जांच के बाद डॉ. तौसीफ के खून में एंटी-बाडीज अच्छी स्थिति में पाई गई. लिहाज़ा उनके शरीर से 500 मिलीलीटर प्लाज्मा निकालकर स्टोर किया गया, जिससे ज़रूरमंदों की जान बचाई जाएगी.
टाइम्स आफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. तौसीफ से जैसे ही पूछा गया कि क्या वो प्लाज्मा दान करेंगे, तो उन्होंने फौरन हां कर दी.
तौसीफ के मुताबिक रमजान के पवित्र महीने में अगर उनकी वजह से किसी की जान बचती है तो इससे अच्छा उनके लिए कुछ और नहीं हो सकता.