- युवाओं को आधुनिक कौशल प्रशिक्षण के लिए प्रत्येक प्रमंडल में स्थापित होंगे मेगा स्किल सेंटर : संतोष
- मेगा स्किल सेंटर में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण, इंटर्नशिप, और नौकरी से जोड़ने तक की प्रक्रिया होगी सुनिश्चित : दीपक आनन्द
- मेगा स्किल सेंटर के लिए दो सौ अस्सी करोड़, सत्तासी लाख रूपये की मंत्री परिषद् ने प्रदान की स्वीकृति
पटना, 10 जून।
रिपोर्ट: विवेक यादव।
श्रम मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि राज्य के युवाओं को आधुनिक, उद्योगोन्मुखी एवं रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश के प्रत्येक प्रमंडलीय मुख्यालयों में एक-एक मेगा स्किल सेंटर की स्थापना की जाएगी। श्रम संसाधन विभाग के इस प्रस्ताव को मंत्री परिषद ने मंगलवार को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।
इस योजना के पहले चरण में कुल नौ मेगा स्किल सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जिनका संचालन राज्य सरकार के साथ-साथ सरकारी, गैर-सरकारी एवं औद्योगिक संस्थानों के सहयोग से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका लाभ सुदूर इलाके के युवाओं को भी सुलभता से मिल सकेगा। बता दें कि सात निश्चय पार्ट-2 के तहत "हर जिले में मेगा स्किल सेंटर (मार्गदर्शन, नयी स्किल में प्रशिक्षण)" स्कीम अन्तर्गत प्रथम चरण में सभी नौ प्रमंडलीय जिलों में वित्तीय वर्ष 2025-26 से अगले 5 वर्षों में इस योजना के कार्यान्वयन के लिए कुल अनुमानित लागत 280.87 करोड़ रुपये (दो सौ अस्सी करोड़, सत्तासी लाख रूपये) की प्रशासनिक स्वीकृति भी मंत्री परिषद् ने दे दी है। श्रम मंत्री ने बताया कि इस मेगा स्किल सेंटर से प्रदेश में आने वाले दिनों में रोजगार की अपार संभावनाएं उत्पन्न होंगी। मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को न सिर्फ़ प्रशिक्षित करने को प्रतिबद्ध है, बल्कि उन्हें प्रशिक्षण के साथ-साथ रोजगार से जोड़ने का भी काम कर रही है। इन केंद्रों से प्राप्त कुशल मानव संसाधन न सिर्फ राज्य के उद्योगों की जरूरत को पूरा करेंगे बल्कि राज्य की आर्थिक वृद्धि और सामाजिक समावेशन में भी अपना योगदान देंगे। इससे युवाओं का राज्य से पलायन कम होगा और वे अपने गृह राज्य में ही सम्मानजनक आजीविका अर्जित कर सकेंगे।
मेगा स्किल सेंटर के बारे में विभागीय सचिव दीपक आनन्द ने बताया कि इन मेगा स्किल सेंटरों के माध्यम से युवाओं और आमजनों को बाजार मांग के अनुरूप तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रशिक्षण, सटीक मार्गदर्शन और रोजगार की संभावनाओं को साथ जोड़कर युवा पीढ़ी की आर्थिक स्थिति में सुधार एवं सामाजिक बदलाव लाना सरकार का लक्ष्य है। श्री आनन्द ने कहा कि युवाओं को बिना शुल्क के गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और नौकरी से जोड़ने तक की संपूर्ण प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।
एक दिवसीय नियोजन मेले में 32 कंपनियों ने लिया भाग
मिलर स्कूल के ग्राउण्ड में मंगलवार को श्रम संसाधन विभाग की तरफ से एक दिवसीय नियोजन मेला का आयोजन किया गया। यह मेला नियोजन भवन स्थित अवर प्रादेशिक नियोजनालय के द्वारा आयोजित किया गया। वित्तीय वर्ष 2025-26 का यह पहला मेला है। दूसरा मेला संभवतः दो माह बाद आयोजित ये जाने की संभावना है। आज के नियोजन मेला में कुल 32 कम्पनियों और निजी नियोजकों ने भाग लिया। जिसमें प्रमुख निजी नियोजक हैं, एचडीएफसी लाइफ, एसबीआई लाइफ, शिवशक्ति एग्रीकल्चर, एसआइएस सिक्युरिटी, लीडर ऑटोसेल्स, उर्मिला इंटरनेशनल सर्विस, ताज सिटी सेंटर, स्वीगी और फ्लिपकार्ट। इस मेले का विधिवत उद्घाटन सम्मिलित रूप से दीघा से विधायक संजीव चौरसिया, उप निदेशक (नियोजन), पटना के श्याम प्रकाश शुक्ल, सहायक निदेशक (नियोजन) अंकित राज, नूर अहसन नियोजन पदाधिकारी आदित्य प्रकाश एवं सुश्री गार्गी के द्वारा किया गया।