- बासा भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारियों और बासवा की सदस्यों का रहा जमावड़ा
- मेरी सफलता मैं मेरे पति का हाथ :बासवा सचिव सुजाता
पटना। बिहार एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस वाइव्स एसोसिएशन पटना के तत्वावधान में वर्ष 2024 की विदाई एवं वर्ष 2025 के स्वागत सह बासवा की यादों को ग्लिम्स आफ मेमोरीज के रूप संकलित पुस्तिका का विमोचन रविवार को बासा भवन मैं किया गया।खचाखच भरे बासा भवन आडिटोरियम में प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों और उनकी पत्नियों में कार्यक्रम के दौरान जबरदस्त उत्साह दिख रहा था।
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सचिव सुजाता ने बताया कि इस संस्था की यह पहली पुस्तिका है। इसमे हमलोगों के अपने संस्मरण शामिल है।
सर्वप्रथम बासवा सचिव सुजाता ने सभागार मे उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों व महिलाओं को कार्यक्रम में आने के लिए आभार जताया। उसके बाद दीप प्रज्जवलन किया गया। सुजाता नै मंच पर उपस्थित लोगों को शाल देकर सम्मानित किया। उसके बाद पुस्तिका का विमोचन किया गया।
अपने संबोधन में अनिल कुमार ने पत्रिका निकालने के लिए सुजाता को विशेष धन्यवाद दिया। केशव रंजन ने कहा कि पत्रिका में संस्था की उपलब्धियों को दर्शाया गया है। परिवार से मिलने का यह सशक्त मंच है। सुरेश कुमार शर्मा ने संसथान के फाउंडर केशव जी को धन्यवाद दिया। कहा कि बासा भवन का श्रृंगार बासवा है।
शशांक शहर सिन्हा ने बासवा सचिव सुजाता को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। कहा कि 2017 में इस संस्था की परिकल्पना की गयी थी। सात साल में संस्था ने काफी तरक्की की है। अरविंद ने पत्रिका निकलने के लिए सुजाता को विशेष रूप सै धन्यवाद दिया।
सुजाता ने कहा कि अमूमन कहा जाता है कि पति की सफलता में पत्नी का हाथ होता है लेकिन मेरी सफलता में मेरे पति का हाथ है। यह संस्था और आगे बढे यह मेरी हमेशा कोशिश होगी।
कार्यक्रम में शशि भारती, संगीता राय, रेखा कुमारी, सुनीता, उर्वशी कुमार, दीप्ति प्रसाद, रीता शर्मा और रूपम प्रसाद ने भी अपने विचार रखे।