पटना। 18 मई 2014 आज बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के संस्थापक सह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष/महासचिव/अखिल भारत पूर्व महासचिव श्री नवल किशोर प्रसाद सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के अवसर पर कहा कि बिहार के शिक्षा व्यवस्था प्राइमरी से लेकर यूनिवर्सिटी तक तबाह है।
इस तबाही के गुनहगार सिर्फ और सिर्फ वर्तमान अपर शिक्षा सचिव के के पाठक हैं। सभी स्तर पर भ्रष्टाचार एवं सरकारी राशियों का बंदरबाट निर्बाध इनके संरक्षण में जारी है।थाली बेंच की आबंटित राशि के अनुरूप मानक सप्लाई न करते हुए घटिया सप्लाई किया जा रहा है ।
जो प्रधानाध्यापक मानक के अनुरूप सप्लाई को इनकार कर देते हैं,उन्हें विभागीय दबाव देकर लेने को मजबूर करते हैं। चारों ओर लूट मचा हुआ है । निरक्षण मात्र उद्योग के रूप प्रख्यापित हो गया है। प्राइमरी से लेकर यूनिवर्सिटी तक के शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गया है।एक से एक आदेश/निर्देश नित्य जारी किए जा रहे हैं जिससे शिक्षा विभाग पूरा का पूरा नीचे से लेकर ऊपर तक बंदरबाट में संलिप्त है।
शिक्षक ताकत के माहौल में जी रहे हैं विद्यालय से शैक्षिक माहौल के जगह मरघट की स्थिति कायम हो गई है शिक्षकों में डर इस तरह से व्याप्त है कि 1 मिनट के देर से कहीं मेरा वेतन की कटौती नकीर कर दी जाए इस माहौल में भला शैक्षिक वातावरण कायम करने का सपना दिवास्वैप नहीं होगा जैसा की दिखने को मिल रहा है निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा कानून के प्रावधान में के एन आरोग कुछ विद्यालयों में शिक्षक पर स्थापित किए गए लेकिन अभी भी कुछ मध्य विद्यालय ऐसे हैं जिसमें कि यह पद अभी तक सीरियल ही नहीं हुए। जिससे कि शिक्षा कानून का उल्लंघन जारी है ।
संघ यह मांग करता है कि अगर बिहार के शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाना है तो ऐसे निकम में तानाशाह पर मुख्य सचिव को तत्काल हटाया जाए अनीता संगठन बाद होकर बेहद आंदोलन लोकसभा आम चुनाव के बाद करने को बाद होगा और पूरा राज्य इससे तबाह हो जाएगा और इसकी सारी जवाब दे ही सरकार को करोगे।
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