आज दिनांक 01.04.2024 को शाम 4 बजे से गांधी मैदान, गांधी मूर्ति के पास *कला उत्थान केंद्र* द्वारा नुक्कड़ नाटक *बिटिया बहादुर* का मंचन रजनीकांत के निर्देशन में किया गया।
कथा-सार
गणेश एक निम्न परिवार का मालिक है जिसकी तीन बेटियां हैं, उसकी पत्नी पुनः गर्भवती रहती है, तो वो पत्नी को डॉक्टर के पास ले जाता है, और जबरदस्ती पत्नी के गर्भ में लड़का है या लड़की पता करता है, और बेटी रहने की स्थिति में गर्भपात का सलाह देता है। पत्नी इंकार कर देती है, और पति को समझाती है, तो पति मान जाता है। बेटी का जन्म होता है और वो धीरे-धीरे बड़ी होने लगती है, तभी वो स्कूल जाना शुरू करती है, पर पिता को इस पर आपत्ति जताता है, पुनः पत्नी समझाती है, तो वो बेटी को पढ़ाने को राजी हो जाता है, और बेटी मन से पढ़ती है, और एक अच्छे पद पर कार्यरत हो जाती है।
बिटिया बहादुर
लेखक एवं निर्देशक - रजनी कान्त
पात्र परिचय :-
डॉक्टर/दोस्त - प्रेम कुमार
कम्पाउन्डर/दोस्त - प्रवीण कुमार
गणेश - रजनी कान्त
गणेश की पत्नी - पूजा कुमारी
बेटी - प्रियांशु कुमारी
हारमोनियम - श्यामाकांत
नाल - रंजीत दास
प्रस्तुति संयोजक - रेखा शर्मा
इस प्रस्तुति को देखने शहर के वरिष्ठ रंगनिर्देशक सनत कुमार, रजनीश पांडे, एवं युवा रंगकर्मी उत्तम कुमार, प्रिया कुमारी आदि उपस्थित हुए।