- रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामज्योति जला नववर्ष में मनाएं दीपोत्सव - सम्राट*
- नवजागरण का नववर्ष देश व प्रदेशवासियों के लिए मंगलमय हो
- "मन की बात" कार्यक्रम के बाद कहा- राम के धाम में कोई अतिथि नहीं, सभी उनके भक्त, राम हमारे लिए राजनीतिक नहीं,आस्था के विषय
पटना, 31.12.2023
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नववर्ष पर देश व प्रदेशवासियों को सुखद, समृद्ध,स्वस्थ्य, सुरक्षित जीवन की शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यह नववर्ष नवजागरण लेकर आया है। कई सुखद साकारात्मक बदलावों के साथ यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। उन्होंने कहा है कि नववर्ष के पहले महीने में ही 22 जनवरी को अयोध्याधाम में बहुप्रतीक्षित नव्य, भव्य मंदिर में रामलला के विग्रह का प्राण-प्रतिष्ठा होने वाला है। इस पावन मौके पर प्रदेशवासी अपने-अपने घरों में रामज्योति प्रज्ज्वलित कर दीपोत्सव मनाएं।
नवीन सिन्हा मेमोरियल पार्क राजबंशी नगर, पटना में प्रधानमंत्री के ' मन की बात' कार्यक्रम सुनने के बाद श्री चौधरी ने कहा है कि पांच सौ वर्षों के लम्बे संघर्ष और प्रतीक्षा के बाद भव्य राममंदिर का निर्माण और उसमें दिव्य प्रतिमा का प्राण-प्रतिष्ठा हमारे लिए राजनीति का नहीं, बल्कि देश के करोड़ों जनमन के आस्था का विषय है। यह एक ऐसी आस्था है जो न केवल सबको अनुप्रेरित करती है बल्कि रामराज्य की परिकल्पना मात्र से ऊर्जावित, उत्साहित भी करता है। प्रभु श्रीराम कण-कण में व्याप्त और जन-जन में वास करते हैं। राम के धाम में कोई अतिथि नहीं, सभी उनके भक्त है, अपनी श्रद्धा से कोई भी वहां जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश को तोड़ने की बात करती है, जबकि भाजपा कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश को जोड़ने की बात करती है। हम तो पीओके को भी भारत में जोड़ने की बात करते है।
उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देशवासियों से प्राण-प्रतिष्ठा की संध्या में अपने-अपने घरों में रामज्योति जलाने की अपील की है। इसके पूर्व उन्होंने हर गांव-शहर के मंदिरों व अन्य धार्मिक स्थलों को 14 से 22 जनवरी तक एक सप्ताह का अभियान चला कर स्वच्छ करने का आह्वान किया है। हम सबको उनकी अपील को पूरी हार्दिकता से स्वीकार करना चाहिए।
श्री चौधरी ने कहा है कि नववर्ष में देश और प्रदेश में कई साकारात्मक बदलाव आएंगे। उनकी झलकियां अभी से देखने को मिल भी रही हैं। ‘श्रीराम’ के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाले लोग भी अब राम को स्वीकारने के लिए विवश हो गए हैं। एक तरह से यह देश का नवजागरण है। हमे विश्वास है कि आने वाले दिनों में विषाद व विवाद के बादल छंटेंगे और देश 'विकसित भारत' के संकल्प की सिद्धि की दिशा मेें प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में तेजी से आगे बढ़ेगा।



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