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भाकपा माले ने गांधी मैदान में भरी हुंकार 2024 में नहीं बनेगी मोदी सरकार




न्यूज़ डेस्क। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में भाकपा माले की ओर से लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ महारैली का आयोजन किया गया जिसका नेतृत्व माले प्रमुख दीपांकर भट्टाचार्य ने किया। देश भर से आए वामदल के नेताओं ने गांधी मैदान में हुए इस रैली में शिरकत की। रैली के अवसर‌ पर मोदी के लोकतंत्र विरोधी कॉरपोरेटपरस्त, अमीरपरस्त राज के खिलाफ 15 सूत्री राजनीतिक प्रस्ताव पास किया। मोदीराज के खात्मे के लिए लंबी लड़ाई का आह्वान किया।




इस मौके पर दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार गरीबों का प्रदेश है और लोकतंत्र की जरूरत गरीबों को ही पड़ती है। ऐसे में बिहार की राजधानी पटना में जुटी यह भीड़ पूरे देश को संदेश दे रही है कि संविधान पर हमला करने वाली और नफरत की राजनीति करने वाली ताकतों के खिलाफ आवाज उठ चुकी है। भाजपा अगर चुनाव के लिए हर समय तैयार रहती है तो वामपंथी दलों को भी रहना होगा। विपक्षी एकता के लिए वामपंथी दलों की कार्ययोजना इस तरह तैयार करनी होगी कि आगामी चुनाव में देश से नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंका जा सके। 




भाकपा माले की रैली के साथ ही पार्टी के 11वें महाधिवेशन की शुरुआत हो गई है। उद्घाटन सत्र गुरुवार को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल सभागार में होगा जो 16 फ़रवरी से 20 फ़रवरी तक चलेगा।

महाधिवेशन के दौरान 18 फरवरी को लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण के सवाल पर एक राष्ट्रीय कन्वेंशन आयोजित की जाएगी। इस कन्वेंशन में जद(यू), राजद, कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, हम (सेकुलर) के शीर्ष नेता भाग लेंगे।

इस अधिवेशन में पड़ोसी देश नेपाल की तीनों कम्युनिस्ट पार्टी नेकपा (एमाले), माओवादी पार्टी (प्रचंड ग्रुप, नेपाल) और यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी (माधव नेपाल), बांग्लादेश की दोनों कम्युनिस्ट पार्टी, श्रीलंका, मलेशिया व आस्ट्रेलिया के कम्युनिस्ट प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इनके अलावा फिलस्तीन मुक्ति आंदोलन के प्रतिनिधि भी महाधिवेशन को संबोधित करेंगे।

बताते चलें 20 साल बाद भाकपा माले द्वारा बिहार की धरती पर इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया ।