आज दिनांक :- 10.11.2022 को कालिदास रंगालय में संस्था :- विनायक रंगमंडल, बरेली ( उ०प्र० ) की धमाकेदार प्रस्तुति नाटक: मिस गुलाबजान
सारांश
ये नाटक मशहूर नौटंकी कलाकार गुलाब बाई की आत्मकथा पर केन्द्रित है। गलाब बाई नौटंकी में काम करने वाला पहली ऐसी कलाकार हुई कि अपने जीते जी ही किवदंती बन गई। नाटक उनकी निजी और पेशेवर जिंदगी की साथ ही तत्कालीन सामजिक विरोधाभासों को भी रेखांकित करता है।
ये नाटक एक कलाकार के तौर पर गुलाब बाई की जिंदगी के छुए अनछुए पहलुओं की पड़ताल तो है ही, एक दलित स्त्री, पत्नी, प्रेमिका, माँ के साथ ही मनोरंजन की उस दुनिया में पुरूषो के एकाधिकार को तोड़ने वाली जुझारू महिला दास्ताँ भी है। एक कलाकार की जिंदगी की यह रंग यात्रा दरसल ये समझने की कोशिश भी हैं की एक कलाकार के तौर पर खुद हम कहाँ खड़े हैं, हमारी जिंदगी काम का महत्व क्या है और इसका जो भी अर्थ है बदलते वक्त के साथ वो कितना बदल गया है।
दीप्ति प्रिया महरोत्रा की लिखी हुई गुलाब बाई की आत्मकथा नौटंकी की मल्लिका का नाट्य रूपातंरण आसिफ अली हैदर खान ने किया है, जिसे रंग विनायक रंग मंडल बरेली की कलाकारों ने ये संगीतमयी नाटक रणधीर कुमार के निर्देशन में तैयार किया है।
मंच पर
1.गुलाब जान - अनामिका तिवारी
2. छोटी गुलाब - समयून खान
3. चंदा, पत्नी, सुखबदन, मधु - दिक्षा तिवारी
4. राजा - सयन सरकार
5.दरगही लाला, बलवीर - मनोज थापर
6. चन्दर सेठ - दिनेश खान
7 . तरीमोहन - ब्रजेश तिवारी
8.तिवारी, जोकर - पंकज मयूर
9. लाल बहादूर - सुरेश कुमार सैनिक
10. मिश्रा - राहुल
11.नटी - नितेश झा
12. खान साहेब - अरविन्द
मंच परे
13 . म्यूजिक - राजेश सिंह
14. हारमोनियम - रोहित चंद्रा
15 . ढोलक - सपरश मिश्रा
16 . नगाड़ा - गौरव कुमार पाण्डेय
17. साउण्ड / विडियो - सरस
18. सेट डिजाइन - हरिशंकर रवि
19. लाइट डिजाइनर - रणधीर कुमार
20. सहायक लाई डिजाइनर - नवीन
21. सहायक निर्देशक - लभ तोमर
22. कॉस्टयूम - दीक्षा तिवारी
23. प्रोडक्सन मैनेजर - मुसाहिद रफित
24. लेखक - अशिफ अली हैदर
25. निर्देशक - रणधीर कुमार