हिन्दी दिवस पर हो रहे एडवांटज रूबरू – 3 में सम्मानित किए जाएंगे कवि सत्यनारायण
- पीएलएफ की ओर से हिन्दी दिवस 14 सितंबर पर एडवांटेज रूबरू 3 का होगा आयोजन
- प्रसिद्ध गजलकार और गीतकार आलोक श्रीवास्तव पटना में श्रोताओं से होंगे रूबरू
- भारतीय नृत्य कला मंदिर सभागार में शाम छह बजे से जमेगी साहित्य की महफिल
पटना, 05 सितम्बर 2022 : 14 सितंबर 2022 को हिन्दी दिवस के अवसर पर पटना लिटरेरी फेस्टिवल या पीएलएफ गीतों, गजलों और गुफ्तगू की एक साहित्यिक शाम लेकर आ रहा है। शहर के लोगों के लिए पीएलएफ की ओर से हिन्दी साहित्य को समर्पित एडवांटेज रूबरू 3 का आयोजन कराया जा रहा है। फ्रेजर रोड स्थित भारतीय नृत्य कला मंदिर सभागार में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होंगे चर्चित गजलकार, गीतकार और पत्रकार आलोक श्रीवास्तव । वह इसमें अपने लिखे गीतों, गजलों और हिन्दी साहित्य के विभिन्न आयामों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान उनसे बातचीत करेंगी टीवी एंकर और कवयित्री प्रेरणा प्रताप । कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ करेंगे ।
इस कार्यक्रम में बिहार गान के रचयिता और हिन्दी के प्रसिद्ध कवि सत्यनारायण को पीएलएफ की ओर से सम्मानित किया जाएगा। इसकी तैयारियों को लेकर एक बीते दिनों पीएलएफ की दूसरी बैठक हुई है। बैठक में पीएलएफ के अध्यक्ष डॉ एए हई, सचिव खुर्शीद अहमद समेत फैजान अहमद, फरहत हसन, फरहा खान, एजाज हुसैन, फहीम अहमद आदि मौजूद थे। इसमें बताया गया है कि भारतीय नृत्य कला मंदिर सभागार में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कुल 125 टिकट ही हैं जिसमें कुछ ही टिकट बचे हैं जिसे एडवांटेज
मीडिया के कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। टिकट पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा। इसके लिए मोबाइल नंबर 92641 63570 पर संपर्क किया जा सकता है।
मैं प्यार की खुशबू हूं, महकूंगा जमानों तक
खुशबू सा जो बिखरा है, सब उसका करिश्मा है।
मंदिर के तरन्नुम से, मस्जिद की अजानों तक
हर वक्त फिजाओं में महसूस करोगे तुम ।
मैं प्यार की खुशबू हूं, महकूंगा जमानों तक ।।
आलोक श्रीवास्तव के लिखे इस गीत की तरह अनेकों गीतों और गजलों को सुनने का मौका इस दौरान श्रोताओं को मिलेगा। आलोक अपनी रूहानी गजलों के लिए जाने जाते हैं। जिसमें इंसान के जज्बातों से लेकर प्रकृति के विभिन्न रंगों को खूबसूरती से पिरोया गया होता है। उनकी गजलों में प्यार की खुशबू होगी तो ईश्वरीय सत्ता का करिश्मा भी होगा। प्रेरणा प्रताप उनसे उनकी साहित्यिक यात्रा, हिन्दी से जुड़ाव और कविता, गजल एवं गीतों को लिखने के फन को लेकर सवाल पूछेगी। कार्यक्रम मे वह बताएंगे कि साहित्य हमारे जीवन में क्या बदलाव लाता है और इसका क्या महत्व है।
एडवांटेज सपोर्ट की सामाजिक और सांस्कृतिक पहल है रूबरू - 3
हिन्दी साहित्य और गीतों को समर्पित इस शानदार शाम के बारे में जानकारी देते हुए पटना लिटरेरी फेस्टिवल के सचिव खुर्शीद अहमद ने बताया कि यह ऐतिहासिक और यादगार कार्यक्रम होगा। हिन्दी गीतों और गजलों के चर्चित नाम आलोक श्रीवास्तव पटना के श्रोताओं से रूबरू होंगे। इस दौरान श्रोताओं को भी उनसे सवाल पूछने का मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि एडवांटेज सपोर्ट की यह सामाजिक और सांस्कृतिक पहल है। हमारी कोशिश है कि पटना में साहित्य और संस्कृति को लेकर बेहतर माहौल बने। इसी दिशा में हमारा यह प्रयास है। इस कार्यक्रम की एंकरिंग ज्योति मिश्रा करेंगी।