न्यूज़ डेस्क : मोना सिनेमा के पीछे से रहस्यमय तरीके से लापता हुई तीन वर्षीय मासूम लाडो के अपहरण मामले में अभी तक बरामदगी नहीं होने से बाकरगंज के स्थानीय लोगों ने बीएन कॉलेज के सामने अशोक राजपथ पर आगजनी कर रोड़ को जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
इस मामले में पीरबहोर थाने की पुलिस ने गोलंबर थाने के पास त्वरित छापेमारी की, इस दौरान एक बुजुर्ग सफाईकर्मी को पुलिस ने हिरासत में लिया है।उससे पूछताछ की जा रही है.सूत्रों की माने तो यह बात सामने आई है कि सफाईकर्मी ने रात भर बच्ची को अपने पास रखने के लिए पांच सौ रुपये लिए थे। इस मामले को एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लों ने गंभीरता से लिया है। पीरबहोर थाने पहुंचकर उन्होंने जांच पड़ताल की।
प्रदर्शन करते परिवार के लोग एवं स्थानीय लोग
वहीं इस मामले में एक सिनेमा घर की महिला कर्मचारी को थाने से शनिवार दोपहर रिहा कर दिया गया। पुलिस उसे दोबारा पूछताछ के लिए बुला सकती है। पुलिस ने बच्ची की तलाश में पटना जंक्शन के आसपास छापेमारी की। यहां कई लोगों से पूछताछ के साथ ही सीसीटीवी कैमरों की भी तलाशी ली गई. पुलिस अभी तक मासूम को बरामद नहीं कर पाई है। थाने के अनुसार कई जगहों पर युवती की तलाश की जा रही है।
वहीं, बच्ची के पिता आसिफ ने बताया कि लाडो दोपहर 3 बजे से घर से लापता थी। वह घर के पास अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। लड़की के लापता होने की जानकारी मिलते ही उसने गांधी मैदान थाने को सूचना दी लेकिन पुलिस ने उस समय कोई कार्रवाई नहीं की. बाद में गांधी मैदान पुलिस ने घटनास्थल पीरबहोर थाना क्षेत्र का होने का हवाला देकर वहां जाने को कहा। समय रहते पीरबहोर थाने की पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि घर के किराएदार का आठ साल का बेटा बच्चे को ले गया था। कई घंटे बाद इस घटना में प्राथमिकी दर्ज की गई। आसिफ का कहना है कि इस मामले में रेलवे पुलिस ने काफी मदद की है।
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