न्यूज़ डेस्क। केंद्र सरकार की युवाओं के सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का बिहार में विरोध प्रारंभ हो गया। मुजफ्फरपुर में छात्र विरोध में सड़क पर उतरे और हंगामा किया।
बुधवार सुबह-सुबह ही मुजफ्फरपुर में सेना अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। बड़ी संख्या में हाथों में लाठी-डंडा लेकर छात्र उग्र प्रदर्शन करने लगे। छात्र सबसे पहले आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस पहुंचे, नारेबाजी की, विरोध जताया और थोड़ी ही देर में वे माड़ीपुर पहुंच गए और आगजनी की। सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।
वहीं बिहार के बेगूसराय शहर में भी युवाओं के द्वारा हंगामा किया गया। यहां एनसीसी के छात्र एवं सेना की भर्ती की तैयारी करने वाले छात्रों ने हर-हर महादेव चौक को जाम कर दिया है। इस दौरान युवा अपने हाथों में बैनर ले रहे थे।
इसके अलावा बिहार के कई जिलों में कहीं आगजनी, कहीं पथराव तो कहीं तोड़फोड़ हुई है। कहीं-कहीं तो छात्रों ने रेलवे ट्रैक ही जाम कर दिया। जिससे घंटों तक ट्रेनें प्रभावित रहीं हैं। छात्र अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं। उन्हें समझाने की हर कोशिश अभी तक विफल हुई है।
इधर युवाओं का कहना है कि चार साल पूरे होने के बाद 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थायी काडर में शामिल कर लिया जाएगा लेकिन बाकी के 75 फीसदी अग्निवीरों का क्या होगा? सरकार की तरफ से उन्हें 12 लाख रुपए सेवा निधी मिलेगी लेकिन क्या ये जीवन गुजारने के लिए काफी हग? उनके पास दूसरी नौकरी का क्या विकल्प होगा ?
जानें क्या है अग्निपथ योजना :
बताते चलें, बीते मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ स्कीम की घोषणा की थी। राजनाथ सिंह योजना को बताते हुए कहा कि देश के युवाओं को शॉर्ट टर्म के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा। उनकी सेवा की अवधि 4 साल की होगी, इसके बाद उनकी सेवाओं की समीक्षा की जाएगी। समीक्षा के बाद कुछ सैनिकों की सेवाएं आगे बढ़ाए जा सकती हैं। बाकी को रिटायर कर दिया जाएगा।