सन आफ सीमांचल ज्ञान मिश्रा 24-
बताते चलें कि ललई सिंह यादव का जन्म 1 सितम्बर 1911 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के कठारा ग्राम में एक सामान्य कृषक परिवार में हुआ था। पिता चौ. गुज्जू सिंह यादव एक कर्मठ आर्य समाजी थे, इनकी माता श्रीमती मूलादेवी एक गृहणी थी ।
उन्होंने अपनी शिक्षा प्राप्त करने के साथ उन्होंने ने फारेस्ट गार्ड की नौकरी की और सन 1933 तके रहे फिर मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में पुलिस विभाग में कॉन्स्टेबल के पद पर रहे लेकिन तब तक उनमे भारत के सामाजिक व्यवस्था और असमानता उनके तन और मन में सामाजिक न्याय की चेतना जाग चुकी थी और उन्होंने अपने समाज में समानता लाने को लेकर साहित्य और लेखनी का सहारा लिया जो बाद में दक्षिण भारत के धुर्व-तारा बन कर उभरे और संपूर्ण भारत मे पेरियार ललई सिंह यादव के नाम से विख्यात हुए ।