प्रत्यक्षदर्शी नाविक मुन्नी मंडल ने बताया की सहेंद्र यादव के साथ शंभू एवं अर्जुन भैंस के सहारे गंगा पार कर रहा था दोनो लोग नदी के उसपार होने पर सहेंद्र को नहीं देखने बाद उसकी साथ वाली लाठी नीचे से बाहर आकर नदी में तैरने पर डुबने की आशंका हुई और आग की तरह पुरे क्षेत्र में खबर फैल गई लोगों एवं परिजनों का हुजूम गंगा घाट पर जमा हुआ मृतक की पत्नी रंजू देवी, पुत्री मुन्नी, सुधा, कविता, सोनी, प्रीती एवं पुत्र मनीष, आशीष गंगा घाट पर चित्कार कर रहे थे शव ढूंढने में मछुआरा एवं ग्रामीण गोताखोर नुर मोहम्मद, मो. कासिम उर्फ पप्पू के सहयोग से जाल डालकर गंगा नदी से शव को बाहर निकाला गया.
वहीं मुखिया तनीशी सिंह,उपसरपंच अमरेंद्र यादव ने आपदा पदाधिकारी से दुरभाष से मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मॉग की वहीं नारायणपुर अंचलाधिकारी अजय सरकार ने बताया कक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आपदा के तहत मिलने वाली सरकारी प्रावधान के अनुसार पीड़ीत परिवार को मुआवजा दिया जाएगा.