रिपोर्ट - नितीश कुमार
जिला - पटना
पालीगंज/ गुरुवार की शाम पिछले 40 वर्षो से शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगा रहे अंग्रेजी के प्रसिद्ध ज्ञाता कृष्णा सर की मौत बीमारी के कारण पटना के निजी अस्पताल में हो गया था,। यह पालीगंज के लिए एक अपूरणीय व दुखद सौगात माना जा रहा है।
जानकारी के अनुसार पालीगंज थाना क्षेत्र के डीहपाली गांव निवासी कृष्णा सर पिछले पांच दिनों से हल्की बीमारी से ग्रसित थे। जिनकी तवियत दो दिनों पुर्व अचानक ज्यादा खराब हो गयी। उन्हें इलाज के लिए पटना ले जाया गया। जहां कंकड़बाग स्थित निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया। जहां उनकी तवियत और बिगड़ती चली गयी। जिसे देख डॉक्टरों ने आईसीयू में भर्ती कर दिया। लेकिन उनकी मौत गुरुवार की शाम हो गयी। जिसकी सूचना मिलते ही गांव तथा दूर दूर के इलाके में मायूसी छा गयी।
ज्ञात हो कि वे एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्म लेने के बावजूद भी अपनी प्रतिभा व लगन के कारण अंग्रेजी विषय से पीएचडी किये थे। उसके बाद उन्होंने पालीगंज अनुमंडल स्थित पारसनाथ कुशवाहा कॉलेज में अंग्रेजी के प्रोफेसर के पद पर नियुक्त किये गए। तब से आज तक उस पद पर बने रहे।
उसके बावजूद उन्होंने अपना निजी शिक्षण संस्थान चलाते थे। जहां 20 कोषों दूर से भी छात्र शिक्षा प्राप्त करने आते थे। उनसे शिक्षा प्राप्त कर आज हजारों से भी अधिक छात्र सरकारी विभागों में अच्छे अच्छे पदों पर नियुक्त है। उनकी मौत पालीगंज के लिए अपूरणीय क्षति है। इलाके के लोग चर्चा करने लगे है कि उनके जैसा पालीगंज में शिक्षाविद मौजूद समय मे नही है। आज उनहि के आत्मा कि शांति के लिए शाम 6 बजे डिहपाली देवी स्थान से होते हुए सरकार द्वारा गाईड लाईन को पाहन करते हूए पालीगंज बजार तक निकाला गया ।