ख़ुसरू परवेज़ | जिला संवाददाता, रोहतास
महागठबंधन के घटक दलों के संयुक्त आह्वान पर राजद व विभिन्न वाम दलों के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने डेहरी-बिक्रमगंज मुख्य मार्ग पर धूस चौराहे के निकट केंद्र सरकार के तीन कृषि बिल के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाई। लोग बिल के खिलाफ दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के समर्थन में नारे लगाते हुए सड़क पर घंटों जमे रहे। नेतृत्व भाकपा(माले) के जिला सचिव नंदकिशोर पासवान, प्रखंड सचिव मिथिलेश तिवारी, जिला कमिटि सदस्य कैसर निहाल, राजद के राज्य परिषद सदस्य अजय कुमार सिंह, युवा राजद के रवीश कुमार, परवेज आलम, जमील अख्तर, सीपीआई नेता सह पूर्व मुखिया अजय सिंह, पूर्व मुखिया सुनिल सिंह, सीपीएम के वरिष्ठ मदन किशोर सिन्हा इत्यादि ने किया।
नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह तानाशाही रवैया अपनाते हुए उक्त कानून लागू कर किसानों को गुलाम बनाना चाहती है। लोगों ने कहा कि कानून लागू होने पर खाद्य सुरक्षा कानून और जन वितरण प्रणाली पूरी तरह प्रभावित होंगे। और इसकी मार गरीब मजदूरों को झेलनी पड़ेगी। लोगों ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार आंदोलनरत किसानों के खिलाफ झूठे आरोप गढ़ कर उन्हें बदनाम कर रही है। और किसान नेताओं पर मुकदमे कर आंदोलन को असफल बनाने का प्रयास कर रही है। लोगों ने चेतावनी दी है कि किसानों को सरकारें कमजोर ना समझें। और काले कृषि बिल वापस लें। वर्ना जनता लोग उन्हें सत्ता से बेदखल कर देंगे। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर दो मिनट का मौन रख कर की गई। मौके पर सगीर अहमद, शिवधारी राम, नंदकुमार सिंह, चंदन यादव, मोहित कुमार, उमेश राम, मुजीब आलम, रामप्रवेश सिंह, रमाकांत, सुरेंद्र, रघु, सिंहासन पासवान और मुस्तकीम खां इत्यादि उपस्थित थे।