मधुबनी से आशीष फिरोज आलम की रिपोर्ट । मधुबनी में बिल के खिलाफ महागठबंधन के नेताओं ने शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान से संबंधित तीनों बिलों को काला कानून बताते हुए तमाम नेताओं ने इसे वापस लेने की मांग की। बुधवार को मधुबनी कलेक्ट्रेट के समकक्ष भाकपा के नेतृत्व में कांग्रेस, माले सहित तमाम महागठबंधन के साथियों ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन किया। सभी ने एकजुटता का परिचय देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर बरसे। तीनों कृषि बिल वापसी एवं किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी करने की मांग पर आंदोलित किसानों के समर्थन में एवं किसान आंदोलन पर मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे दमन के खिलाफ में आयोजित प्रतिवाद कार्यक्रम के तहत भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन परिसर से प्रतिवाद मार्च निकाला और समाहरणालय के समकक्ष प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के जिला सचिव ध्रुब नारायण कर्ण , प्रेम कुमार झा ,अनिल कुमार सिंह,ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पारित तीनों कृषि बील खेत, खेती व किसानों के गुलामी का दस्तावेज है। यह किसान, मजदूर व गरीब जनता को बर्बादी पर आधारित पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों के हवाले कृषि को सौंपने की साज़िश है। इस कारण पूरे देश के किसान आज आंदोलन में उतरते जा रहें हैं। इस आंदोलन पर मोदी सरकार लाठी और पानी की बौछाड़े चलाकर अंग्रेजों के शासनकाल का याद दिला रहा है। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश सरकार ने किसान मजदूर बिरोधी काला कानून का समर्थन करके यह दर्शा दिया है कि अबकी पारी में कुर्सी कुमार भाजपा के रबर स्टाम्प ही है। माले हर पंचायत में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीद के सवाल पर आंदोलन खड़ा करेगी।
माले के प्रतिवाद मार्च में दानी लाल यादव,बिशंम्भर कामत, योगेन्द्र यादव, राजेंद्र यादव, मनीष मिश्रा,शंभू साह, गणेश यादव, मनोज झा,बचाई मुखिया, मीना देवी, सुनील पाठक, पवन झा, बृहस्पति सदाय, राम बृक्ष पासवान, राम खेलावन पासवान,गगन राय, गुड्डू मंडल, राम बाबू साह, अशोक यादव,सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। वहीं सीपीआई जिला मंत्री मिथिलेश झा ने कहा आंदोलन कर रहे किसानों के साथ केंद्र सरकार द्वारा हो रहे वर्ताव से सम्पूर्ण देश के किसान आहत है । एमएसपी को गलत रूप से व्याख्या कर केंद्र सरकार देश के आम लोगो को बरगला रही है । पूंजीपतियों को सीधे फायदा पहुचाने , किसान के खेतों को उनके हाथों गिरबी रखने के लिए मजबूर होने का यह शाजिश देश के किसान नही चलने देंगे । यह आंदोलन आगे बढ़ेगा , हम सभी दल किसानों के आंदोलन के साथ है । सभा को पार्टी राज्य परिषद सदस्य कृपानंद आजाद , अरविंद प्रसाद ,मनोज मिश्रा ,लक्ष्मण चौधरी ,सूर्यनारायण यादव , जिला कार्यकारिणी सदस्य रामप्रसाद मण्डल ,जामुन पासवान रामटहल पूर्वे , मोतीलाल शर्मा , मंगल राम, राजेन्द्र मिश्र , रामउदगार सिंह , आनंद ठाकुर श्रीनारायण मंडल , सूरज चौपाल एवं अन्य कई साथी अपना विचार रखे ।
वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रोफेसर शीतलाम्बर झा ने कहा केंद्र सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी नीति अपना रही है। इनके साथ कांग्रेस के मनोज मिश्रा, मोहम्मद साबिर, मुकेश कुमार झा पप्पू सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे। वहीं राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष राम बहादुर यादव के नेतृत्व में भी राजद नेता और कार्यकर्ताओं ने किसान विरोधी इस बिल के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला।